दरिया का डर मुझे, वो खुद को लेहर मानती है , एक लड़की है जो मुझे मुझसे ज्यादा जानती है, मेरे छुपाने पर हर बात पहचानती है, एक लड़की है जो मुझे मुझसे ज्यादा जानती है, मेरी हर खामोशी को वो आपना मानती है, मेरे दाटने पर थोड़ा बुरा जरूर मानती है, मेरी हर एक खुशी की बूंद को वो पहचानती है, यारो एक लड़की है जो मुझे मुझसे ज्यादा जानती है।