अभी कल की ही तो बात थी,
अभी निकली नहीं वो रात थी,
जब तुम हरक्षण मेरे ही साथ थी,
आँखों में मेरे ख़्वाब थे,
उन्हें साकार करने में तुम साथ थी,
वो इक हसीं रात थी,
क्या चाँदनी उस रात थी,
जब तुम मेरे ही साथ थी,
वो इक गजब की बात थी,
जो मै चाहता था कहना,
प्यारी सी इक वो बात थी,
पर कह न सका जो बात थी,
न जानता था की बस,
मेरे पास वही इक रात थी
बस वही इक रात थी,
अभी कल की ही तो बात थी
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