तुम तो आती हो ... हवा के झोंकों की तरहा ,
फ़िज़ाओं में अपनी महक छोड़ तन्हा छोड़ चली जाती हो , तुमसे तो ...
तुम्हारा ख्याल ही अच्छा है ,
ना आने में देरी और ना जाने की जिद करता है ...— % &-
किसी के होने या ना होने पर तब तक ही फर्क नहीं पड़ता,
जब तक आप उससे याद नहीं करते....-
तेरे इंतज़ार में ना जाने कितने शाम यूं ही गुज़रे,
अब मालूम चला क्या जाने वाले को लोग क्यु रोकते हैं-
उसने कहा बहुत बुरे हैं हम,
मुझे कुछ दिनों में भूल जाओगे,
अब उससे ये कौन समझेगा की,
बुरे चीज़ों को भूले नहीं जाते बल्कि वो अच्छे चीज़ों से ज्यादा याद आते हैं... .. .-
दुख़ ज्यादा तब होता हैं जब कोई चाहने वाला देख कर नज़रो चुरा लेता हैं... .. .
-
वो हर बात पर अपनी झूठी कसम खा लिया करते थे,
उन्हे तो कुछ नहीं हुआ लेकिन उसपर किया भरोसा वो ज़रूर मार गया... .. .-
तुम भी उस बेमौसम बारिश की तरह ही हो,
जो कभी चुप-सी रहतीं हो,
और कभी बहुत जोर से बरसती हो... ..-
अगर इंतज़ार कुछ महिनों का हो और वो बताया हुआ हो तो छोटा-सा लगता हैं,
और वही इंतज़ार कुछ पल का हो और वो बताया हुआ ना हो तो बहुत बड़ा लगता हैं।-
तुम खुद को आइने में देख लेना एक बार,
मेरे बदल जाने की वजह मालूम चल जायेगी... .. .-