💥 पितृ दिवस💥
पिता बच्चो की आस है ।
पिता जेठ की तपती
दोपहरी की प्यास है।
पिता बच्चो की खुशियों
का एक छोटा प्रयास है।
पिता है तो जीवन है
पिता ही जीवन का आधार है।
पिता बच्चो का प्यार है ।
पिता ही बच्चो का घर
पिता ही बच्चो का संसार है।
माता के चेहरे की मुस्कान है
उनकी मांग का श्रंगार है
बच्चे की गोदी का पालना है
पिता से जीवन में खुशियां
पिता से ही घर में अन्न का संचार है।
पिता मेरे बाबू की कंधे का सहारा
मेरी दादी की गोदी का दुलार है।
पिता ही तो घर की जान है
पिता से ही सारा जहान है
शायद इसीलिए हर पिता
भगवान से भी महान है।
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