दुनिया को मूर्खो से उतना खतरा नहीं,
जितना धूर्तो से...-
लोग मेरी शक्ल भूल सकते,मगर मेरी बातें नहीं.
इस फगुआ में नहीं आया होगा किसी का पिया शहर से...
तभी उसके नैनों के आँसू बह रहे बारिश बनकर दोपहर से...-
तवा पर पराठा पलटने का तो एक वक्त होता है,
मगर इस पलटूराम के पलटने का कोई वक़्त नहीं...-
कमल को अगर कीचड़ से ही नफ़रत हो जाये
तो क्या उसका अस्तित्व रह पाएगा ?
-
तेरे सिर्फ़ झंडे पर चाँद है, और हमारा चाँद पर झंडा...
-
चंदा मामा अब दूर के नहीं, चंदा मामा अब अपने घर के...
-
हर घर तिरंगा.... घर-घर तिरंगा...
जिन किसी दोस्तों को तिरंगे झंडे की आवश्यकता है,
वो 25 रुपये देकर मुझसे झंडा प्राप्त कर सकते हैं...
या फिर अपने किसी नज़दीकी डाकघर से भी झंडा ले सकते हैं...
इस तिरंगे की शान के लिए, भारत माता के आन के लिए... जय हिंद...जय भारत...-
धरा,समंदर ,पवन,गगन...अब तो चन्द्र पर भी अपना अधिकार है...
ये अब नया हिंदुस्तान है...ये अब नया हिंदुस्तान है...-