क्या कहूं, आज उन जल्लादों को,आज शब्द फिर मौन है, पड़ा।।जननी से जन्मे, इंसानियत नहीं,वह मात्र है, एक भीड़ खड़ा।। -
क्या कहूं, आज उन जल्लादों को,आज शब्द फिर मौन है, पड़ा।।जननी से जन्मे, इंसानियत नहीं,वह मात्र है, एक भीड़ खड़ा।।
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है, ताकत तो बढ़ना सिखों।।अपने अस्तित्व के लिए लड़ना सिखों।। -
है, ताकत तो बढ़ना सिखों।।अपने अस्तित्व के लिए लड़ना सिखों।।
जब चला था तू अकेलातब कोई तुम्हारे साथ ना था।।दिखने में साफ सीधा दिखापर चलने में था, कांटों से भरा।।मंजिल रस्ता देख रही तेराबिन थके,बिन झुकें,फतेह झंडा तूं लहराएगा।। -
जब चला था तू अकेलातब कोई तुम्हारे साथ ना था।।दिखने में साफ सीधा दिखापर चलने में था, कांटों से भरा।।मंजिल रस्ता देख रही तेराबिन थके,बिन झुकें,फतेह झंडा तूं लहराएगा।।
अंहकार होता है तब ज्ञान नहीं होता।। औरजब ज्ञान होता है, तब अंहकार नहीं होता।। -
अंहकार होता है तब ज्ञान नहीं होता।। औरजब ज्ञान होता है, तब अंहकार नहीं होता।।
होली के रंगों की तरह आप और आपकेपरिवार में खुशियां सदैव रंग बिरंगी रहें।। -
होली के रंगों की तरह आप और आपकेपरिवार में खुशियां सदैव रंग बिरंगी रहें।।
होली के रंगों की तरह, आपका और आपके परिवार मेंखुशियां सदैव रंग बिरंगी रहें। -
होली के रंगों की तरह, आपका और आपके परिवार मेंखुशियां सदैव रंग बिरंगी रहें।
बहुत पतली रेखा है विश्वासएक बार टूट जाय तो बिनागांठ के जुड़ती नहीं।। -
बहुत पतली रेखा है विश्वासएक बार टूट जाय तो बिनागांठ के जुड़ती नहीं।।
कुछ गलतियांज़िन्दगी को सबक दे जाती है -
कुछ गलतियांज़िन्दगी को सबक दे जाती है
जहां कद्र नहीं। वहां किरदार की कोई आवश्यकता नहीं।। -
जहां कद्र नहीं। वहां किरदार की कोई आवश्यकता नहीं।।
सम्मान दो या ना दो पर अपमान सोच-समझ करना चाहिए।। -
सम्मान दो या ना दो पर अपमान सोच-समझ करना चाहिए।।