शहर की जगमगाहट में अब तारे नहीं दिखते,मुझे गांव की वो छत याद आती है ।-pπan√al - pranjal
शहर की जगमगाहट में अब तारे नहीं दिखते,मुझे गांव की वो छत याद आती है ।-pπan√al
- pranjal