मैं इतनी भी कमज़ोर नहीं
की तुम्हारे गुनाहों की सज़ा के लिये बद्दुआएं माँगू।-
दिल के मसले दिल में ही मसल दिए जाएं तो अच्छा है,
नहीं तो ये कम्भख्त आँखों का रास्ता खोज लेते है।-
धोखा देने वाले
अक्सर वही लोग होते हैं
जो दिल के बहुत क़रीब होते हैं।-
वक़्त से पहले कोई मिल जाये तो उसकी अहमियत नहीं होती,
वक़्त के बाद कोई मिल जाये तो उसकी क़ीमत नहीं होती,
और आपकी ज़िंदगी में मुझे मेरी क़ीमत और अहमियत दोनो का अंदाज़ा है।-
दर्द में तो सभी हैं यहाँ,
महज़ फ़र्क बस इतना है,
हम लिख रहे हैं और आप पढ़ रहे हैं!-
मोहब्बत की मोहब्बत से भी मोहब्बत की है हमनें,
और तुम कहते हो, हम मोहब्बत के मायने नहीं जानते।-
खेल हमेशा साफ़ खिलौनों से खेला जाता है,
और खेलने वाले बडे ख़ूब लहज़े से खेल जाते हैं।-
आँखों में आँसू थे,
होंठों पर मुस्कान थी।
दिल ही तो टूटा था,
जान तो अभी बाकी थी।-
इश्क़ तो उन्होंने किसी और से किया है,
हमें तो बस मनोरंजन के लिए रखा है।-
हज़ारों वज़ह थीं हमारे पास,
तुमसे दूर जाने की
हमने बस एक वज़ह चुनी,
तुम्हारे साथ रहने की।-