कौन अपना है,कौन पराया,
हर शख्स ने खुद के चेहरे पर,
दिखावे का नकाब चढ़ाया ।।-
वो करवाते हो,
या यूं कहूं तुम मेरे दिल पर हुकूमत चलाते हो ।।
कभी बच्चों सी ज़िद,
कभी बड़ों सी समझदारी ।
धारण कर अलग अलग स्वरूप,
तुम अपना प्यार जताते हो ।।-
बस में नहीं रहता,
तुम्हें काली कमीज़ में,
मुस्कुराते हुए देखकर ।।।-
कहां हो तुम??
बताओ किस डगर,किस पहर ढूंढू तुम्हे ??
सुना है,बड़े कमाल के हो तुम,
ठंडे झरने से हो तुम,
पीपल की छांव से हो तुम।।
लहराती फसलों में हो तुम ।।
ये सब अब कहां मिलते है,
क्या?? इनकी भांति तुम भी विलुप्त हो गए हो।।
सोचती हूं तो ज़िन्दगी की इस भागदौड़ में,
एक दफा तुमसे रूबरू हुई हूं,
बच्चे की अथाह,निश्चल दंदुतित मुस्कान में।।
इसके अलावा बताओ ,
सुकून कहां हो तुम??-
तुमसे मोहब्बत कुछ इस क़दर है,
मेरे आखिरी फैसले पर भी,
तुम्हारी परवानगी की जरूरत है।।-
Changes in our behaviour can make us perfect,
But...
Changes in someone's behaviour can kill us.-
कैसे यकीं करूं,
तुम उम्र भर साथ दोगे,
तन्हाइयों में अक्सर,
ख़ुद को अकेला पाया है मैंने।।-
वक्त बदल जाता हैं,
जज्बात बदल जाते हैं,
हमारी औकात देखकर,
उनके हालात बदल जाते है।
कभी मिलते थे हमसे जिनके ख्यालात,
किसी और के आ जाने वो ख्यालात बदल जाते है।।-