poonam kumari shah   (Poonam shah ❤💕)
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# I listen my heart ❤💕 words than I start write
Joined 23 May 2020


# I listen my heart ❤💕 words than I start write
Joined 23 May 2020
30 APR 2022 AT 16:15

एक दुआ में मैंने उसकी सारी तकलीफें मांग ली
फिर खुशीयों ने मेरे तरफ आज तक मूड़ नहीं देखा

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12 DEC 2021 AT 19:39

आखें तो थोड़ी ही नम थी
पर आसूंओं से दिल पूरा भीग चूका था
जिन लम्हों में खुशी भरी थी
वो पल भी अब बित चूका था

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11 DEC 2021 AT 18:27

आज कोई किस्सा या कहानी खत्म हो गयी
या यूँ कहें खूशीयों भरी जिंदगानी खत्म हो गई

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12 JUL 2021 AT 18:57

एक तरफा प्यार की बात ही कुछ खास होती है😊

न उसे खोने का डर न ही उसे पाने की कोई आस होती है☺

न उसे दूर रह सकते हैं न उसके पास जाने की वजह खास होती है😇

बस उसके एक दिदार को तरसी हमारी आंख होती है 👀
उसका दिदार होकर ही हमारे दिन की शुरुआत होती है🌅

शायद इसीलिए एक तरफा प्यार की बात ही कुछ खास होती है.......... 😘😘💕💕💞💞❤❤

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16 JUN 2021 AT 18:40

अधूरे ख्वाब
अधूरे अल्फाज
अधूरे ज्जबात
अधूरी जिंदगी की हस्ती हो गई

और जिसे डूबा दिया लहरों ने
वो नदी किनारे बसी हमारी बस्ती हो गई

आये है कुछ शहरी लोग हमारे गाँव हमसे हमारे ईमान का सौदा करने
शायद इनके नजर में कौड़ियों से अधिक हमारी जमीर सस्ती हो गई

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24 MAY 2021 AT 19:33

आज क्यों सारे ख्वाब अधूरे से लग रहें हैं
शायद सज सवर कर हम किसी को पूरे से लग रहें हैं

आज उससे बिछड़े एक अरसा हुआ
फिर क्यों आज फिजा में उसके खूशबू घूले से लग रहें हैं

आज फिर से उसे पाने को मन में आश हुआ है
शायद इस महफ़िल में हमारा आना किसी के लिए खास हुआ है

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2 MAY 2021 AT 20:35

ना वक्त है
ना ही मेरे पास कोई अल्फाज हैं

खामोश हूँ
खामोशी में दबी हुई मेरी आवाज है

आंखें नम हैं
आसुओं में बह रहें मेरे ज्जबात हैं

हैरान हूँ थोड़ी परेशान भी
कौड़ियों के भाव बिक रहे मेरे हलात हैं

ना वक्त है
ना ही मेरे पास कोई अल्फाज हैं..........

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25 APR 2021 AT 19:57

ये कैसी शहर को मौत की बिमारी हो गई
चारों तरफ फैला महामारी का मंजर ये कैसी शहर में तबाही हो गई

तिल -तिल करके टूट रहीं हैं सासें यहाँ
अब तो हवा भी बिकने वाली दवाई हो गई

और जो अकेलेपन से डर लगता था कभी
अब सबसे दूर रहना ही कोरोना की दवाई हो गई

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14 APR 2021 AT 18:21

आज हजार सितारे उतारे होंगे उन्होंने अपनी महफ़िल में मन बहलाने को
फिर भी खटक रही होगी हमारी कमी उनको अपना दिल लगाने को

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31 MAR 2021 AT 18:03

जो तुम्हारे प्यार का एक किरदार जिन्दा था मुझमें
उसके मरे अरसों हो चुके हैं

जो जख्म तुमने मुझे दिये थे उन्हें खूरेदो मत
उनके भरे अरसों हो चुके हैं

जो कभी हमारे बीच नजदिकीयाँ थी बेशुमार
आज हमारे बीच खडी़ एक दिवार के अरसों हो चुके हैं

जो कभी एक अटूट बंधन था हमारे बीच
आज हमारे रिश्ते में पड़ी दरार के अरसों हो चुके हैं

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