ये सच तुम भी जानते हो ना ।
फिर भी गुमसुम रहते हो,
यही सच है तुम भी मानते हो ना ।
कौन यहां सुखी है ,
और उस सुख के पीछे का दुख,
तुम भी पहचानते हो ना।
कौन यहां सुखी रहा हमेशा,
इस यथार्थ को स्वीकारते हो ना।
जब तुम इतना सब कुछ मानते हो,
फिर क्यूं गुमसुम रहते हो ।
हंसते हुए अच्छे लगते हो,
ये सच तुम भी जानते हो ना ।
-poonam devi
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