हालात कैसे भी हो
तुम कभी मेरा हाथ ना छोड़ना
बनकर मेरा सहारा
कभी विश्वास ना तोड़ना
देकर अभी हज़ारों खुशियाँ
बाद मे गम कि सौगात ना देना ।
अकेली पड़ जाऊं मैं कभी रास्ते मे
ऐसी कभी कोई अल्फाज़ ना कहना
भर जाए जिससे मेरी आँखे ,और छा जाये चेहरे पे सन्नाटे
कभी ऐसे हालात ना करना.......
हो अगर कभी तुम्हें मुझसे कोई शिकायत ,तो आकर मुझसे कहना और कर लेना आपस मे हि सब सुलझ
यूँ मन मे दबा कर कोई बात ,अपने मन को ना रखना उदास
थामा है जो तू मेरा हाथ
तो अब ना करना कभी दूर जाने कि बात
बहुत सुकून मिला है पा कर तेरा साथ
कैसे दिलाऊँ मै इस बात का तुम्हें एहसास
ज़िंदगी मिली है दोवारा ,खुशियाँ मिली भरपूर ,ना है अब कोई गम कि बात......
क्योकिं मिला है मुझे तेरा साथ !
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