उस मिलन के बाद,
के पन्ने कोरे है,
अब इस किताब का आखिरी पन्ना,
जो हो तुम ।।-
खुदी को कर बुलन्द इतना,
कि हर तकदीर से पहले,
खुदा बंदे से,
खुद पूछे बता तेरी रजा क्या है।।-
।।जूबा बने जब नग़मे,
कुछ छूट जाता है,
दिल की बात,
ख़ुद कह के ही,
सकून आता है।।-
वो आपका चेहरा,
आपकी बाते और वो मुस्कान,
जो तस्वीरो मे नही,
मगर आँखो मे कैद है।।
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तस्वीर मे साथ खडे होने से,
और,
तकलीफ मे साथ खडे होने मे,
बहुत फ़र्क है।।-
उम्र मे ओहदे मे कौन कितना बड़ा है,
फर्क नही पडता
सजदे मे लहजे मे कौन कितना झुकता है,
बहुत फ़र्क पडता है।।-
शब्द - शब्द संभल कर बोलिए,
शब्द के नही हाथ ना पांव,
एक शब्द मे है औषधि और एक शब्द मे है घाव।-
सम्मान हमेशा समय और स्थिति का होता है,
पर इंसान उसे अपना समझ लेता है।।-
खुद को बिखरने मत देना कभी,
किसी हाल मे,
लोग गिरे हुए मकान की ईट तक ले जाते है,
अजीब तरह के लोग है इस दुनिया मे,
अगरबत्ती भगवान के लिए खरीदते है,
और खुशबू खुद की पसंद की तय करते है।।-