दूसरों में बुराई ढूँढने से
खुद की अच्छाई उजागर नहीं होती..,
करते फिरते है जो दूसरों को बेनकाब
अक्सर,
उन्होने खुद़ अपनी शराफत की चादर
सिलाई नहीं होती....!!-
Not a writer but loves to pen down📝 my thoughts and feelings �... read more
"Nature's Vengeance on Humans" -
( Nature can also be Brutal)
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मैंने कभी अपना दर्द दिखाया नहीं
तो सबको को लगा कि
मुझे कभी दर्द हुआ ही नहीं....
हँसते हुए चेहरे से हर दर्द को ढक लेना मेरी आदत है
पर आखिर इसकी वजह क्या है,
ये कभी किसी ने सोचा ही नहीं ....
समझा ही नहीं मैंने की
दुनिया अब सिर्फ दिखावे की है
पर दर्द भी दिखाना पड़ता है
अफ़सोस ये मैंने जाना ही नहीं...
चलो सुकूँ है इतना की
दूसरों का दर्द महसूस होता है
मुझे,तो क्या हुआ जो फिर भी
किसी ने मुझे अपना माना ही नहीं....!!-
अब तो शिकायतें भी मुझे सिर्फ़ गैरों से हैं
अपनों से तो बस अब खामोशियाँ साझा होती हैं...!!-
ज़िन्दगी में कभी ऐसे मोड़ भी आते हैं जहाँ सबकुछ छोड़ देने में ही सुकून मिलता है
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कौन अच्छा कौन बुरा ??
हर इंसान सोचता है
मैं अच्छा हूँ, मेरे करीबी सब अच्छे हैं
मैंने तो हमेशा सिर्फ अच्छा ही किया है
इस हिसाब से तो पूरी दुनिया ही अच्छी है
सवाल अब ये है कि आखिर फिर दुनिया में बुरा है कौन ??
तो जवाब है
"नजरिया"...!!
जो अपने लिये कुछ और है,
दूसरों के लिये कुछ और ।।
काश हर इंसान दूसरों को अच्छा मानकर खुद की खाँमियों को देख कर सही करता
तो पूरी दुनिया वाकई अच्छी होती.
"हम तब अच्छे नही होते जब हम खुद को अच्छा कहते रहते हैं
हम तब अच्छे होते है जब हम दूसरों की कमी को नही उसकी अच्छाई को देखते हैं। "-
Most painful thing in life is turning a "Forever" relation into "Never".
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मेरे इंतज़ार की मुश्किलें तो तभी आसान हो गयी थी जब तूने नज़रे चुरा के वापस आने का वादा किया था....!!
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