फिर एक ख्वाहिश अधूरी रह गयी
फिर से हम दोनों के बीच दूरी हो गयी
मिलना तो चाहते थे वो हमसे इस कदर की
फिर ना जाने उनकी क्या मजबूरी हो गई ||
-
यादों का सिलसिला बस यू ही चलता रहेगा
ना जाने ये दिल मेरा और कितने जुर्म सहेगा
कर लेना तुम बेवफ़ाई हमसे जितना तुम कर सको
ये दर्द मेरा सिर्फ और सिर्फ आंसू बनकर बहेगा।।
-
तुम परेशान हुए तो चैन से हम भी नहीं रह पाएंगे
अब ये जुदाई का गम और हम भी नहीं सह पाएंगे
माना कि दिल टूटा है तुम्हारा सिर्फ हमारी वजह से
अभी भी क्या महसूस कर रहे हम ये शायद तुम्हें कभी नहीं कह पाएंगे।।-
हाल-ए-दिल हर किसी को बताया नहीं करते
दो प्यार करने वालों को कभी सताया नहीं करते
यू तो बहुत से लोग मिल जाते है इस दुनिया में
ऐसे हर किसी पर अपना हक जताया नहीं करते।।-
छूकर हमारी रूह को उन्होंने हमें पाक बनाया था
हमारे दिल पर उन्होंने सिर्फ अपना ही नाम सजाया था
महर है उनकी हमारी जिंदगी पर इस कदर की
एक वही है जिन्होंने सही मायनों में हमें प्यार करना सिखाया था।।-
इस दुनिया मे कोई अब ना किसी का सगा है
अब मेरी जिंदगी में धीरे धीरे कोई और आने लगा है।।
प्यार लुटाया,उसे अपना बनाया फिर दिल मे बसाया है
उन्हें तो मैंने सदा अपनी पलकों पर सजाया है
फिर ना जाने उन्होंने दी किस बेवफ़ाई की मुझे दगा है
अब मेरी जिंदगी में धीरे धीरे कोई और आने लगा है।।
हमेशा मेरे ऊपर उन्होंने अपना हक जताया है
और मैं सिर्फ उनकी हूँ ये उन्होंने सबको बताया है
फिर यूँ छोड़कर ना जाने दी किस जन्म की मुझे सजा है
अब मेरी जिंदगी में धीरे धीरे कोई और आने लगा है।।
अब दिल उनका किसी और के लिए धड़कने लगा है
रहते है साथ मेरे पर दिल उनका किसी और के लिए मचलने लगा है
जिंदगी में उन्होंने, उनको अब दे दी मेरी जगह है
अब मेरी जिंदगी में धीरे धीरे कोई और आने लगा है।।
इस दुनिया मे कोई अब ना किसी का सगा है
अब मेरी जिंदगी में धीरे धीरे कोई और आने लगा है।।
-
कुछ मायने आज भी रखते होंगे उनके दिल में हम
है लबों पर हसी और ना हो अब जिंदगी में कोई गम
हसरतें पूरी हुई है आज इस जिंदगी की कब से सनम
खुशी के मारे अक्सर अब रहती है हमारी आंखे नम।।-
हमने दुआओं में तुम्हें इस कदर शामिल किया है
की हमने खुद को सिर्फ़ तुम्हारे काबिल किया है।।-
वो किसी और का मुझे यूँ घूर के देखना उन्हें गवारा नहीं था
उनके सिवा हमारी जिंदगी में और कोई सहारा नहीं था
चाहा था उन्होंने सिर्फ अपनी खुशियो को इस कदर
कि हमारे पास भी उन्हें रोकने का बहाना नहीं था।।
-
ये सफर भी कभी तेरे साथ भी था
मेरा ये हाथ तेरे हाथ में था
कोई कसूर नहीं था हमारी मोहब्बत का जनाब
फर्क सिर्फ और सिर्फ़ हमारी ज़ात में था।।
-