हम भी धीरे धीरे
झूठी उम्मीदों के भ्रम से निकल कर
हकीकत का सामना करने को है-
ख़्वाबों की तस्वीर जो बनाई थी मैंने
वो बारिश की बूंदों से मिटने लगी है,
उम्मीदों की डोर जो बांधी थी मैंने
वो कच्चे धागों सी टूटने लगी है,
बांध कर शब्दों की पोटली
कहने जो चली मैं उनसे....
वो धीरे धीरे अब बिखरने लगी है,-
Hi Guys,
Thank you for your love,
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Thank you
Pooja Gautam
#paavi_kavi-
लगा दुनिया खत्म,
ये तो शुरुआत हुई मेरे सफर की...
कही खो सी गई थी...
अपने ही सपनों को भूल गई थी,
बिछड़कर तुमसे खुद को पाया है मैंने
अपने सपनों की तरफ कदम बढ़ाए है मैंने....-
जब - जब लबों पर कुछ अनकहे एहसास आते है...
कहते - कहते आंखे बरस जाती है
जब भी याद तुम्हारी आती है...-
सारी मुश्किलों का समाधान मिल गया
मेरे भोलेनाथ जी का पावन महीना आ गया-
ठंडी फिजाओं का शोर हो,
संगीत की मधुर धुन का सुकून
संग हो साथ आपका खूबसूरत प्यारी शाम में
कांधे पर सर रख करते रहे बातें हम प्यार से...-
कह जाना भी इक हुनर है
उन बातों में अपने जज्बातों को कह जाना,
उन जज्बातों में एहसासों को छुपाना,
छुपा कर एहसासों को मुस्कुराना ही हुनर है...-
हम तुम अकेले में,
चलते है कही दूर
हम इस झमेले से,
हो फुर्सत एक दूसरे के लिए
चलो चलते है ना कही
हम तुम अकेले में,-
है जितने
सब हमको कह जाने है तुमसे,
साहिब जितनी भी शिकायतें है
सब हमको करनी है तुमसे....-