उम्मीदें तो अब बहुत कम बची हैं,
इसलिए प्याले में दिन में चार-पाँच बार चाय ही डाल लेते हैं 😐😐-
Pooja Chauhan
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लिखना क्या है... बस खुद को खुद का हाल सुनाना है,
बड़ी भीड़ है इर्द गिर्द.. पर कोई हमजुबां न... read more
बड़ी भीड़ है इर्द गिर्द.. पर कोई हमजुबां न... read more
Joined 18 June 2020
8 OCT 2021 AT 9:17
7 OCT 2021 AT 11:06
Please bless everyone
with happiness and prosperity
People are suffering a lot, please soothe them with your kindness.-
7 OCT 2021 AT 10:42
क्या तुझसे मेैं मांगू अम्बे,
तू सबके मन की जाने माँ|
धन दौलत ना चाहूं अम्बे,
चरणों में मुझे बसा ले माँ|
स्वार्थ की इस दुनिया में
लगे ना कोई अपना अम्बे,
मेरे सारे पाप नाश कर
तू अपना मुझे बना ले माँ|-
6 OCT 2021 AT 12:20
इश्क़ चाँद को दूर से देख कर आहें भरता रह गया,
चाँद इश्क़ के लिए तड़प-तड़प कर दाग-दाग हो गया...-
6 OCT 2021 AT 0:18
बेचैनी से अलग भी है एक जहाँ
कभी मेरी जुल्फों के साए में
कोई लम्हा गुजार लो....-