तुम हो, तो अर्थ है,
तुम बिन, सब व्यर्थ है।-
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Ambivert
तुम इज़हार करो न करो,
मर्ज़ी तुम्हारी,
हम इंतज़ार करना
नहीं छोड़ेंगे।
बड़ी मुद्दतों के बाद
मुलाकात हुई है,
अब दोबारा तुमसे
मुंह न मोड़ेंगे।
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अतीत के कुछ पन्नों में
बस आंसु और दर्द होते हैं,
कभी गलती से वह पन्ने पलट जाएं
तो दर्द भरा हर नज़ारा सामने आता है।-
कुछ गलतियों की माफ़ी
मांगे से नहीं मिलती,
माफ़ी कमानी पड़ती है।
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सिरहानों में छिपी हैं कई कहानियां,
कुछ अटखेलियां, कुछ बचपन की नादानियां।-
Captivated in the world of responsibilities
Can she ever heave a sigh of relief?
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आत्म सम्मान और मन की शांति से बढ़ कर कुछ भी नहीं,
प्रेम भी नहीं.....-
मन में गिरह है शंका की,
उस गिराह को खोल पाओगे क्या?
जटिलताओं से भरा है मानो,
तुम इसे सुलझा पाओगे क्या?
जिस तरह तोड़ा दिया तुमने,
उसी तरह जोड़ पाओगे क्या?
प्रश्न तो अनेक हैं मेरे,
तुम उत्तर दे पाओगे क्या?-
He made fool of her
By playing her emotions
But is she really the fool
Or the one who's mocking her devotion?-