आँखें अब बस तेरा दीदार चाहती है,
कभी कभी खामोशी भी शोर चाहती है।-
Plethora Of Emotions
(Madhu)
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Madhu Panda
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Joined 22 May 2018
8 OCT AT 19:25
11 DEC 2024 AT 7:09
तुम इज़हार करो न करो,
मर्ज़ी तुम्हारी,
हम इंतज़ार करना
नहीं छोड़ेंगे।
बड़ी मुद्दतों के बाद
मुलाकात हुई है,
अब दोबारा तुमसे
मुंह न मोड़ेंगे।
-
12 JUN 2024 AT 13:25
अतीत के कुछ पन्नों में
बस आंसु और दर्द होते हैं,
कभी गलती से वह पन्ने पलट जाएं
तो दर्द भरा हर नज़ारा सामने आता है।-
9 JUN 2024 AT 5:18
कुछ गलतियों की माफ़ी
मांगे से नहीं मिलती,
माफ़ी कमानी पड़ती है।
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4 JUN 2024 AT 23:32
सिरहानों में छिपी हैं कई कहानियां,
कुछ अटखेलियां, कुछ बचपन की नादानियां।-
23 APR 2024 AT 0:42
Captivated in the world of responsibilities
Can she ever heave a sigh of relief?
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6 APR 2024 AT 21:25
आत्म सम्मान और मन की शांति से बढ़ कर कुछ भी नहीं,
प्रेम भी नहीं.....-
6 APR 2024 AT 21:20
मन में गिरह है शंका की,
उस गिराह को खोल पाओगे क्या?
जटिलताओं से भरा है मानो,
तुम इसे सुलझा पाओगे क्या?
जिस तरह तोड़ा दिया तुमने,
उसी तरह जोड़ पाओगे क्या?
प्रश्न तो अनेक हैं मेरे,
तुम उत्तर दे पाओगे क्या?-