Women's are strong,
Women's bring faith,
Women's are the organizer,
Women's can buy the palace,
Women's makes the house without putting the cement ,
Women's vanishes the conflict,
Women's joins the heart,
Women's makes you strong,
Women's never leave your hand,
Women's are not the gold digger ,
A simple word , I m saying that Women's, A WOMEN'S makes everything better .
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🌬️An introvert girl with an extrovert mind💨
वो प्यार में सब कुछ स्वर्ग बना देता है
मानो काले बादल में खिला हो चांद ,
पर
वो गुस्से में सब कुछ नर्क भी बना देता हैं
मानो फूलों में चुभ रहे हो काटे!-
WHEN YOU WILL STARTED POURING YOURSELF IN THE POETRY,IT WILL ALSO GET BACK TO YOU IN THE DUO OF TIDE & WAVE.🧿✍🏻
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When Parveen Shakir said:
वो कही भी गया लौटा तो मेरे पास आया
बस यही बात है अच्छी मेरे हरजाई की,
I need to say-
वो क्यों लौटा? जब उसको मेरी कद्र ही नहीं थी।
जाना ही था जब उसे औरों के दरवाज़े पे,
तो उसने सजाए ही क्यों मेरे साथ ख्वाब बड़े घरवाने के,
आप कहती है न कि ये बात है अच्छी हरजाई कि,
तो उसने ख्याल ही क्यों आने दिया छोड़ जाने की,
गुस्सा, नाराज़गी, शिकवे , सब अपनी जगह पे है,
पर हमेशा साथ रहूंगा ये वादा भी किया था इस हरजाई ने,
तो उसने इस रिश्ते को तोड़ जाने का खयाल भी कैसे आने दिया अपने जियरे में?
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तन्हाई में देती है ये साथ तुम्हारा??ना भाई ना,
भरे बाजार में ये तुमको बदनाम करवाती है,
लड़कियों को बेवफ़ा कहके तुम इसे पीना शुरू करते हो,
कम्भख्त ये लकड़ी जैसी सिगरेट तुम्हारे साथ वफ़ा नहीं फरमाती हैं।🚬
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कोई न किसी का अपना हुआ है
न कभी होगा,
लिख के,पढ़ के,
जैसे समझना है समझ लो।-
~THE ART OF LETTING DISAPPEAR~
___तो चलो आसमान से रूठे तारों को
याद कर लिया जाए___
खो गए है ना तारे कही
अपने ही घरवाने से?
रूठ चुके है वो अपने ही दरवाजों से,
क्या खफा हैं वो चांद के गुमान से
या टूटे हुए हैं वो इंसान के बदल जाने से?
शायद होता होगा आसमान में भी बटवारो का खेल
या छुप गई है इन कइयों की भी परछाई इन भीड़ भरी Competition वाली आबादी में,
होता है हमारे यहा JEE/NEET जैसे EXAM का खेल
वैसे ही होता होगा उनके यहा भी अपनी चमक को दर्शाने का खेल,
चांद भी अब शुना हो गया है
आसमान में अकेले रहने से,
कहता है वो भी
क्या खफ़ा हो गए है तारे मेरे रूप बदलने से,
या बट गए है वो भी किसी बंटवारे में!
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The shit pant days of trinilum days
I feel scared , hopeless and griefy,
The fear of leakage
Prohibition for praying
And
Avoidation of painkillers after so much pain
This all makes me female version of Hitler,
What I should do or what not- makes me more puzzled,
My mood swims like a Pacific Ocean where waves jumps high,
Mind gets a battle with Andaman and Nicobar with its deepness,
After all that she always win against this all shit things
Just because
She's born for flying!❤️
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बैग ,बस्ता ,कलम , किताबे छोड़ो ये रोज रोज की आफते,
चलो ,जिंदगी में कुछ नया अपनाते है,
तुम आओगे क्या मेरे संग?
मणिकर्णिका पे तुम्हे अपने इश्क का पाठ पढ़ाते है!-