बेजान हो रहे रिश्ते आजकल,
जुड़ कर पल भर में टूट जाते हैं
भावनाएं हो गईं कमजोर इतनी
बन आंसू आंखों से छूट जाते हैं।
- पीयूष पराशर
6 AUG 2018 AT 23:54
बेजान हो रहे रिश्ते आजकल,
जुड़ कर पल भर में टूट जाते हैं
भावनाएं हो गईं कमजोर इतनी
बन आंसू आंखों से छूट जाते हैं।
- पीयूष पराशर