9 JUN 2021 AT 21:10

यूँ दिल की दस्तक को भुला सा दिया है,
यकीन मानों यारों किसी ने गुमाँ सा दिया है।

अगर ये गुमाँ हमें जिंदगी ना देती,
यूँ महकते हम रंगीन दिलों की जान बन यूँ आसमां में जैसे सुला सा दिया है।

- पीयूष दत्त गौड