हीर को भी मोहब्बत हो गई थी रांझे से,
जबसे मोहब्बत को मोहब्बत हो गई थी मोहब्बत से,.......2
और तुम मुझसे अपनी मतलबी मोहब्बत के बारे मे बातें करने आए हो,
मगर हमने जबसे तुम्हारी बातें सूनी हैं, हमें अब नफ़रत सी हो गई है तुम्हारी इस मतलबी मोहब्बत से....!!
...............पियूष बिजल्वान✍️✍️
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