" हे कण-कण में बसे शंकर,
हे डमरुधारी पार्वती पति शंकर,
आप तो वो भोलेभंडारी हैं,
जो जगत के समस्त पापियों पर भारी हैं !
हे कैलाश पर बसे गौरीशंकर,
आप तो जटा-जूट गंग बलिहारी हैं !
हे आदि-देव, महादेव, नीलकण्ठ,
गले में सर्प लपेटे हे शिवजी
नन्दी तो आपकी सवारी है !
हे दीनबंधु इस अबोध को भी,
सुख-शांति का दें वरदान बस यही अरज है,
हे मोक्ष सुख दाता, विधाता
माता पार्वती और आपको मेरा बारंबार नमन है !"
👉 सृष्टि के चराचर में बसे,अनादि-अनंत भगवान् श्री शिव की कृपा हम सभी पर सदा बनी रहे, और ईश्वर हम सभी को स्वस्थ और प्रसन्न रखें, यही प्रार्थना है !🙏
...आप सभी शिवभक्त श्रद्धालुओं और व्रतियों को
को शिव-पार्वती मिलन के पावन पर्व महाशिवरात्रि की शुभकामनाएं। ऊं नमः शिवाय। हर हर महादेव !🙏🙏
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