Pintu Sharma   (।।अल्फाज इस दिल कि।।)
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Joined 2 October 2019


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15 MAY AT 16:20

मृत्यु दुख नहीं है दुख टोह वो है
क्या हमारे मन में मर रहा मृत्यु
एक सच्ची ओर अच्छी घटना है
जो मनुष्य तो क्या वो भगवान भी
अवतार लेने वाले मर गए यह मृत्यु
भूमि है कोई जीने नहीं आया यहां
यही एकमात्र सच्चाई है।

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15 MAY AT 7:57

कितनी गलियां घूमी होगी मैने
तब जाके एक तुम्हारा घर दिखा है मुझे,
कितने चेहरे देखे होंगे मैने तब जाके
एक तेरा चेहरा दिखा होगा मुझे,
कितनो का दिल देखा होगा मैने
तब जाके एक तुम्हारा दिल को भया हु मैं,
कुछ ऐसे ही तो नहीं मिल पाए है हम।

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16 MAR AT 22:21

अंतर्मन ने आज कहा
मुस्कुराते बहुत हो तुम
कभी खुश भी रहा करो।

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14 MAR AT 8:28

उनकी सौन्दर्य का क्या ही कहना
रेशमी जुल्फे जैसे घटा बंधी हो
आंखे गहरी समंदर भरी हो,
ओंठ जैसे गुलाब की पंखुरी
दिल की बात क्या कहूँ जगत
घूमो सारे फिर भी ना मिले इनके
जैसा ,चेहरे की चमक मानो हीरे
की चमक सब देखो तो एक ही
वो है बस ये ही है वो❤️।

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13 MAR AT 17:23

रास्ते हमसफर है बिखरी टूटी ही सही अपनी तो है,
हम में मै हु कोई ओर तो नहीं, बुरा सही जो हु मैं ही
हु कोई ओर तो नहीं, इल्ज़ाम लगाऊंगा भी तो खुद
पर लगाऊंगा कोई दूसरा तो नहीं, दाग तो ना लगाऊंगा
चाहे खुद कीचड़ में ना आऊ, टूटी फूटी राहों पर कम से
कम चला तो हु रुकने का वजह है नहीं है मेरे पास ओर
अब ढूंढना भी नहीं ,देख रहा हु हद्दे अपनी कही पार
ना कर दु इसलिए चला तो हु......

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16 FEB AT 21:53

आज जो इंसान मरने का सोच रहा हो
उसने हर पल जीने का तो सोचा ही होगा,
हर खबर दिखने जैसा नहीं होता कुछ
दिखता नहीं पर दिखा बहुत कुछ जाता है।

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31 DEC 2024 AT 0:46

ये रात भी अधूरी सी है
ये कमबख्त कभी जल्दी
खत्म हो जाती थी आज
खत्म ही नहीं हो रही।
।।
ये हवाएं भी खूब चलती है
कभी बहका देती है तो कभी
जला देती ,देती तो है सुकून भी
कभी बचा लेती हैं तो कभी डूबा देती है।
।।
Once you fell bad someone
Now you'll always feel bad....
।।
रात के अंधेरे में भी रोशनी दिखने लगा
ऐसा क्या आंख में गया सब साफ दिखने लगा।

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21 DEC 2024 AT 21:02

"किसी के उतने ही पास जाओ
जितना खुद के पास रह सको,,
"किसी की इतने पास मत चले
जाओ की खुद से दूर हो जाओ,,

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21 DEC 2024 AT 15:05

निगाहे ढूंढती है इस कदर खुदको,
जमाने ने बिखेरा है इसको उस खुदा
का भी पूरा दोष है खुद को ढूंढने की
उम्र में खुद को ठीक करने में लगा है।

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18 DEC 2024 AT 16:07

जिनके खुद की खिस्से अधूरे
हो वो कहानी बहुत बेहतरीन लिखते है,
जिनके खुद के जख्म भरे ना हो
वो मरहम बहुत अच्छे करते है।।

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