Pinku Raathi  
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Joined 18 January 2024


Joined 18 January 2024
14 APR AT 17:10

तुम्हारे प्रति इतनी आसक्ति हो गई है कि...
तुम्हारी विरक्ति भी मेरी अनुरक्ती को बाधित ना कर पाएगी।
🥀🍂

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17 MAR AT 18:25

Krishna Says...
प्रेम करना तुझ पे मरना, बस है ये मेरा काम,
इस काम से भी निवृत्ति हुई, तो क्या करे घनश्याम।

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19 FEB AT 7:17

तुम्हारी सहजता ही...
प्रेम में मेरे भय का कारण बन रही है।
🥀

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31 JAN AT 9:32

मेरे समक्ष थी तो प्रति देवता की,
किन्तु मेरा वंदन सदैव तुम्हारी ओर हुआ।

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31 JAN AT 9:27

कौतुक मुख में मिर्ची लगी, सबसे रखतो बैर
नमस्ते में हाथ जुड़ते नहीं, कौन छुएगा पैर ।

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26 JAN AT 19:19

जब प्रेम नहीं तो तुम कुछ भी नहीं,
जब प्रेम है तो सर्वस्व हो तुम।

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26 JAN AT 18:29

मर्यादाएं सभी को आकर्षित करती हैं किन्तु,
मर्यादाओं के प्रति कोई आकर्षित नहीं होता।
🌷❤️

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21 JAN AT 20:44

तुम नहीं तो कोई और सही
पर तुम सी कहीं बात नहीं।

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18 JAN AT 18:54

किसी ने दस्तक दी, तो कोई चला गया
फक्त... तुम्हारा ही कहीं नाम ना था।

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