तुम्हारे प्रति इतनी आसक्ति हो गई है कि...तुम्हारी विरक्ति भी मेरी अनुरक्ती को बाधित ना कर पाएगी।🥀🍂 -
तुम्हारे प्रति इतनी आसक्ति हो गई है कि...तुम्हारी विरक्ति भी मेरी अनुरक्ती को बाधित ना कर पाएगी।🥀🍂
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Krishna Says... प्रेम करना तुझ पे मरना, बस है ये मेरा काम, इस काम से भी निवृत्ति हुई, तो क्या करे घनश्याम। -
Krishna Says... प्रेम करना तुझ पे मरना, बस है ये मेरा काम, इस काम से भी निवृत्ति हुई, तो क्या करे घनश्याम।
तुम्हारी सहजता ही...प्रेम में मेरे भय का कारण बन रही है।🥀 -
तुम्हारी सहजता ही...प्रेम में मेरे भय का कारण बन रही है।🥀
मेरे समक्ष थी तो प्रति देवता की,किन्तु मेरा वंदन सदैव तुम्हारी ओर हुआ। -
मेरे समक्ष थी तो प्रति देवता की,किन्तु मेरा वंदन सदैव तुम्हारी ओर हुआ।
कौतुक मुख में मिर्ची लगी, सबसे रखतो बैरनमस्ते में हाथ जुड़ते नहीं, कौन छुएगा पैर । -
कौतुक मुख में मिर्ची लगी, सबसे रखतो बैरनमस्ते में हाथ जुड़ते नहीं, कौन छुएगा पैर ।
जब प्रेम नहीं तो तुम कुछ भी नहीं,जब प्रेम है तो सर्वस्व हो तुम। -
जब प्रेम नहीं तो तुम कुछ भी नहीं,जब प्रेम है तो सर्वस्व हो तुम।
मर्यादाएं सभी को आकर्षित करती हैं किन्तु,मर्यादाओं के प्रति कोई आकर्षित नहीं होता।🌷❤️ -
मर्यादाएं सभी को आकर्षित करती हैं किन्तु,मर्यादाओं के प्रति कोई आकर्षित नहीं होता।🌷❤️
तुम नहीं तो कोई और सही पर तुम सी कहीं बात नहीं। -
तुम नहीं तो कोई और सही पर तुम सी कहीं बात नहीं।
किसी ने दस्तक दी, तो कोई चला गयाफक्त... तुम्हारा ही कहीं नाम ना था। -
किसी ने दस्तक दी, तो कोई चला गयाफक्त... तुम्हारा ही कहीं नाम ना था।