ये तो वक्त बताता है
Pinki Tripathi
-
एक बार पकड़ ले हाथ तो फिर न छोड़े कभी
महज़ बातों में उलझाते नहीं है हम
यकीं ना हो तो आज़मा लेना कभी
Pinki Tripathi
-
एक बार पकड़ ले हाथ तो फिर न छोड़े कभी
महज़ बातों में उलझाते नहीं है हम
यकीं ना हो तो आज़मा लेना कभी
Pinki Tripathi
-
तलाश रही खुशबुओं की उम्र भर
पर रुलाने के लिए उम्र भर
वह आंखों में अश्क दे गया
Pinki Tripathi-
कर लिया
तो फिर क्या तोड़ना जरूरी था?
तेरे लिए यह एक खेल था
जो खेलना तेरे लिए जरूरी था
फिर खेल में तूने हमें हराया
अपनी जीत को क्या जताना जरूरी था
पर तेरा खेल मेरे दिल से खेल गया
अब यह बात तुझको बताना जरूरी था
Pinki Tripathi
-
हूं मिट्टी का
कि जरा सी ठोकर से
टूट जाएंगे
यकीं हो जाएगा उस दिन
तुझको भी
अपनी ठोकरों पर
तुझको जिस दिन ले आएंगे
Pinki Tripathi
-
वफा करते-करते न जाने कब बेवफाई नाम हो गई
जिंदगी कभी हुई सोचने को मजबूर,कभी हैरान हो गई
PinkiTripathi-
मुस्कुराहटों का
चेहरों पर फिर यूं खिलना हो
भले मिले हम बरसों बाद
पर सदा मिले हम जैसे
बस अभी-अभी का मिलना हो
Pinki Tripathi
-