नज़र सदा लक्ष्य पर रखो
Pinki Tripathi-
वफा करते-करते न जाने कब बेवफाई नाम हो गई
जिंदगी कभी हुई सोचने को मजबूर,कभी हैरान हो गई
PinkiTripathi-
मुस्कुराहटों का
चेहरों पर फिर यूं खिलना हो
भले मिले हम बरसों बाद
पर सदा मिले हम जैसे
बस अभी-अभी का मिलना हो
Pinki Tripathi
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पर लफ्ज़ मिले नहीं
फिर कह दी आंखों से ही
अपने दिल की बात
फिर भी मिटे गिले और
शिकवे नहीं
Pinki Tripathi
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क्यूं पास आए नहीं
बस बात इतनी सी थी
कि उनके सवालो के जो
दिए जवाब हमने
वो उन्हें रास आए नहीं
Pinki Tripathi
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हमसे भी सुनाया न जायेगा
कहने को कहोगे कि भूल जाओ
तो कह देंगे कि भूल गए
पर सच है कि भुलाया न जायेगा
Pinki Tripathi
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लिए हम भावनाओं में ही बहते रहे
दिल शीशे सा चकनाचूर हुआ और
हम पत्थर से होते गए
Pinki Tripathi
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सुनने को अब बाकी
क्या रह गया है
ऐसा नहीं था कि
बेजुबान थे हम
फिर क्या था जो
दिल बिन बोले
सब कुछ सह गया है
Pinki Tripathi
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