एक रंग चमकते सूरज सा
एक रंग सुरमयी शाम लिए
एक रंग टपकते लम्हॊं सा
छू जाए कोई पैग़ाम लिए
रेशम के जैसी रातों की
जो गिरह सहर से जोड़ सके
एक रंग तुम्हारे चेहरे पर
आ जाए हमारा नाम लिए

- Piyush Mishra