पद्मा 🌷   (🌷)
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ख्वाबों के आसमान में...
सफलता का एक सितारा हूं...
Joined 5 June 2019


ख्वाबों के आसमान में...
सफलता का एक सितारा हूं...
Joined 5 June 2019
15 NOV 2021 AT 21:34

वो कल था मेरा
हाँ जी वो कल था मेरा...
उसके हाथ मे हाथ था
वही सुकून का पल था मेरा....

पद्मा

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31 OCT 2021 AT 20:17

वो एक पतझड था...
हम उसे सावन समझ बैठे😜

-पद्मा 🌷

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28 OCT 2021 AT 20:06

आज आगोश मे उनके आके सारे अश्क हम भूल गए
गर्मजोशी मे जो रिश्ते बने थे, उनकी एक छुवन से और निखर गए
पद्मा🌷

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19 NOV 2020 AT 22:31

महफिल में पलकें झुकाकर मुस्कुराती थी वो,
जब उठी पलकें तो जाना हमनें, असल में कितना दर्द छुपाती थी वो |

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19 NOV 2020 AT 22:07

पुरानी होकर भी ,
खास होती हैं...
बचपन की सभी यादें,
जनाब लाज़वाब होती हैं |

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20 OCT 2020 AT 11:53

तुझे पाने के ये बेबुनियादी ख़्वाब,
पल भर में जन्नत-सा एहसास दे जाते हैं,
जरा सोचु तुझे (aim) तो.....
सांझ-सवेरे मेरे निखर जाते हैं ....

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17 OCT 2020 AT 21:43

रंग बिरंगी यादें,
वो तेरी बातें,
कुछ चंचल शोख
हठीली यादें,

सतरंगी यादें,
वो हसीं बुनियादे,
घर की छत पर
साथ निभाने वाले वादे,

जलाती यादें,
वो अंतिम मुलाकाते,
फर्ज निभाने को
छूट जाने वाले नाते,

धुंधली यादें,
वो भुले - बिसरे गाने,
सब कुछ भूल जाने को
गुनगुनाती तराने|

काश! फिर कभी न लौटे वो चाहते...
-padma parmar

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17 OCT 2020 AT 16:59

1.रंग बिरंगी यादें, 3.जलाती यादें,
वो तेरी बातें, वो अंतिम मुलाकाते,
कुछ चंचल शोख फर्ज निभाने को
हठीली यादें, छूट जाने वाले नाते,

2.सतरंगी यादें, 4.धुंधली यादें,
वो हसीं बुनियादे, वो भुले - बिसरे गाने,
घर की छत पर. सब कुछ भूल जाने को
साथ निभाने वाले वादे, गुनगुनाती तराने|

5.काश! फिर लौट आती वो रंग बिरंगी बाते ....
- पद्मा परमार 🌷

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17 OCT 2020 AT 12:04

होती हैं जब भी नारी कोई कष्ट में,
देती हैं शक्ति माँ अम्बे तू ही उसे,
तब ही हर मुसीबत का डटकर सामना वो करती हैं,
उसकी हर तकलीफ को माँ तू हर लेती हैं,
.
जब भी अंकुश में करता कोई उसे ,
या करता हैं विवश किसी तरह उसे,
कर प्रहार रक्षा करती हैं माँ दुष्टो से ,
माँ अम्बे अपना-सा साहस भरती हर नारी में,
तभी तो उद्धार को इस जहां के,
माँ धर रूप नारी का गढ़ती हैं बार -बार स्वयं को|
.
पद्मा परमार

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14 OCT 2020 AT 23:33

बारिश की पहली बूंद आती हैं,
बिना आहट के वो धरती में समा जाती हैं,
जैसे उनकी नजदीकिया एक महक लाती है,
ऐसे हीे आना जैसे, वो महक सबको भाती हैं|

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