जीवन संगिनी , जीवन का सार हो तुम
ऊपरवाले का बक्शा हुआ इनाम हो तुम
बैचेनी में सुकून की हवा हो तुम
मेरे हर दर्द की दवा हो तुम,
खाली से जीवन में अंतहीन प्यार मिला
खुशकिस्मत मैं,के तेरे जैसा यार मिला,
एक जीवन क्या ,हर जीवन में तेरा साथ रहे
दुआ है मेरी,चेहरे पे तेरे हमेशा मुस्कान रहे,
मेरी खूबसूरत बगिया की बागबान हो
मेरे माथे का तिलक ,मेरी शान हो तुम,
जीवन संगिनी , जीवन का सार हो तुम
ऊपरवाले का बक्शा हुआ इनाम हो तुम""""""""""
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