सपनों के पन्नों पर एक कहानी फ़िर
लिखुँगी टूटी थी उसकी बातों से पर
अब उसके बिना ही जीना सिख लुंगी
माना आसान ना होगा ये सफ़र पर
अब पंख खोलकर आसमान में उडुंगी।-
D.o.b- 19th april
ना मिलने की खुशी है ना बिछड़ने का गम है
तेरे ब... read more
सुना है कुछ लोगों को कहते हुये
हम अकेले खुश हैं अकेले ही रह
लेंगे पर सच तो ये है कि ज़िन्दगी
में एक ऐसा पड़ाव आएगा जब
लगेगा आखिर ये वक़्त हमसे यूँ
तन्हाईयों में कैसे कटेंगे...!!-
खुशनसीब हैं वो लोग जो कह सकते
हैं पिता का साथ है जो मुझे हिम्मत
देता है जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा
देता है पर मैं तो उनमें से हूँ जिसे पिता
की यादें उनकी बातें कभी उदास होनें
नहीं देती उनकी कही हुई एक "बात मैं
हूँ ना तुम्हारे लिये" मुझे कभी झुकने नहीं
देती कभी टूटने नहीं देती "पापा" आप
नहीं हैं मेरे पास फ़िर भी मुझे लगता है
आप हो यहीं।-
बेटी वो अमानत है जो हर किसी
के किस्मत में नहीं होती उपरवाला
भी बहुत सोच समझ कर ये अमानत
उनको सौंपता है जिसकी नियत साफ़
है जो उस अमानत को दिल से अपनाए
हर बुरी नज़र से बचाकर रखे उसे फ़ूलों
की तरह सिंचे चिड़ियों की तरह चहकने
दें खुले आसमान में उड़ने दे और हर बुरी
बला से उनकी हिफाज़त करे...!!-
अगर मगर क्या करते हो जो है प्यार तो
कहने से क्युँ डरते हो माना ना मानेंगे ये
दुनिया वाले हमारे इस रिश्ते को पर हर
बार इस स्वार्थी दुनिया की क्युं सुनते हो
लोगों का तो काम है कहना वो कह कर
चले जायेंगे पर ज़रा सोचो क्या हम एक
दुसरे को भुला कर जी पाएंगे...!!-
वो दर्द जो हम कहकर बयाँ नहीं
कर सकते कभी-कभी हमारी
चुप्पी ही बिन बोले सब कह देती
है ना जाने कितने ही ऐसे राज़ हैं
जो हमारी नज़रे खोल देती हैं...!!-
मेरे सपनों का शहर "देवघर" यूँ
तो वहाँ भोलेनाथ का वास है पर
उनके ही नगरी में छोटा सा ही सही
पर मेरा भी है एक प्यारा सा घर...!!-
माना कि यादों से कीमती कुछ
नहीं पर हर पल कुछ ऐसा करो
जो अच्छी यादें बन जायें ना कि
बुरी यादें बन कर हमें रुलाये...!!-