आहटों में तेरी बस किस्मत का बयां दूतेरे जिक्र में शामिल हो नाम मेरा बस इतना प्यार दूतुझे बाहों में समेटे अपनी नम आँखों से तुझे याद करूतू चाहे जितनी दूरी बड़ा ले मैं बस तुझसे ही प्यार करूँ॥ -
आहटों में तेरी बस किस्मत का बयां दूतेरे जिक्र में शामिल हो नाम मेरा बस इतना प्यार दूतुझे बाहों में समेटे अपनी नम आँखों से तुझे याद करूतू चाहे जितनी दूरी बड़ा ले मैं बस तुझसे ही प्यार करूँ॥
-
यू ही मैंने खुद से आज एक सवाल कियाबस मैंने तुझसे ही क्यों प्यार किया ? सामने से जवाब आया कि अलग सी तेरी चाहत थी, जिसमें बातें कम पर दिल से करी तेरी इबादत थी और सुनो उस इबादत में तेरी जुबां से निकली हर दुआ में उसे पाने की इक आहट थी ॥ -
यू ही मैंने खुद से आज एक सवाल कियाबस मैंने तुझसे ही क्यों प्यार किया ? सामने से जवाब आया कि अलग सी तेरी चाहत थी, जिसमें बातें कम पर दिल से करी तेरी इबादत थी और सुनो उस इबादत में तेरी जुबां से निकली हर दुआ में उसे पाने की इक आहट थी ॥
क्या खोया, क्या पायारूठा ये दिल, तुझे सतायादिल लगी तो पास, तेरे जिस्म से नहींइबादत करी ए हूर तेरी, तुझसे कोई शिकवा नहीं -
क्या खोया, क्या पायारूठा ये दिल, तुझे सतायादिल लगी तो पास, तेरे जिस्म से नहींइबादत करी ए हूर तेरी, तुझसे कोई शिकवा नहीं
ये जिस्मों का खेल था मै रूहों में फस गयान जाने मै किस खेल मे धस गयादिन तो मेरे भी कई रोते हसते गुजरे पर वफ़ा की बात थी ना मैंने भी अपने रंग न बदले -
ये जिस्मों का खेल था मै रूहों में फस गयान जाने मै किस खेल मे धस गयादिन तो मेरे भी कई रोते हसते गुजरे पर वफ़ा की बात थी ना मैंने भी अपने रंग न बदले
हर तरह से मैंने तुझको चाहा हैये दिल लगाना भी क्या चीज मैंने तुझको माना हैतू पास थी तो जैसे जिंदगी में चार चांद भी कईहा मानता मैं गलती मेरी पर पास आ 'मैं आज भी वही' -
हर तरह से मैंने तुझको चाहा हैये दिल लगाना भी क्या चीज मैंने तुझको माना हैतू पास थी तो जैसे जिंदगी में चार चांद भी कईहा मानता मैं गलती मेरी पर पास आ 'मैं आज भी वही'
जानी मुझे मेरे जख्मों की वजह देकरा जो भरोसा उस भरोसे की सजा देबेशक आज तुझसे वो तेरा एतबार न रहाशिकायत तो दिल से थी बस मेरा प्यार समझदार न रहा ॥ -
जानी मुझे मेरे जख्मों की वजह देकरा जो भरोसा उस भरोसे की सजा देबेशक आज तुझसे वो तेरा एतबार न रहाशिकायत तो दिल से थी बस मेरा प्यार समझदार न रहा ॥
बेशक तेरा पास आना, मुझे मेरा होने न देकि अब थोड़ा और सही, हा मुझे रोने भी देये गम की बरसातें तो बहुत हुई, पर ढूँढे आशियानें तो खास नहींदर्द में बिकती है जाने, पर जानू सच तो वो मेरा प्यार नहीं॥ -
बेशक तेरा पास आना, मुझे मेरा होने न देकि अब थोड़ा और सही, हा मुझे रोने भी देये गम की बरसातें तो बहुत हुई, पर ढूँढे आशियानें तो खास नहींदर्द में बिकती है जाने, पर जानू सच तो वो मेरा प्यार नहीं॥
मैं शामों से हा पूछता, क्या ये रात कट चुकीवो बोलती हा मुझसे, ये बात मुझको रट चुकीन कर अब इंतजार, वो तो कही दूर छूट गयाऔर कुछ इस कदर आज, मेरा पहला प्यार रूठ गया -
मैं शामों से हा पूछता, क्या ये रात कट चुकीवो बोलती हा मुझसे, ये बात मुझको रट चुकीन कर अब इंतजार, वो तो कही दूर छूट गयाऔर कुछ इस कदर आज, मेरा पहला प्यार रूठ गया
था ये मेरा प्यार मैंने कभी माना भी नहींढूँढता हा नजरों से ये तुने कभी जाना भी नहींइश्क़ होता ऐसी ही तो जानी राज भी हैं क्याजानती है सब, पर आज भी अनजान है क्या -
था ये मेरा प्यार मैंने कभी माना भी नहींढूँढता हा नजरों से ये तुने कभी जाना भी नहींइश्क़ होता ऐसी ही तो जानी राज भी हैं क्याजानती है सब, पर आज भी अनजान है क्या
तेरे रक़्त के संचार मे बस मेरे इश्क का नाम हो, जो जुड़ चुका वो नाम तेरा बस याद की पहचान हो, जो ले चुके अब नाम तेरा किसी कोने से एक संसार मे, फिर इश्क़ का समंदर हो, बस तू मै और तेरा प्यार हो॥ -
तेरे रक़्त के संचार मे बस मेरे इश्क का नाम हो, जो जुड़ चुका वो नाम तेरा बस याद की पहचान हो, जो ले चुके अब नाम तेरा किसी कोने से एक संसार मे, फिर इश्क़ का समंदर हो, बस तू मै और तेरा प्यार हो॥