ये रोशनी आंखों को चुभने लगी है पर्व!
अब अंधेरे से दोस्ती करना वाजिब है मेरा!💔-
Saw mother for the first time👉12sep❤️🎂
6Feet tall JATT Munda💪🚶
Writer... read more
दिखता जो हर शख्स खुशमिजाज है,
एक दिन बहुत रोने वाला है!
पर्व.. उसके हाथों की मेहंदी बता रही है,
वो जो मेरा था, अब किसी और का होने वाला है!💔-
पर्व.... सुना है आज फिर एक नया DAY आया है!
मैं खड़ा रहा अपना टूटा दिल लिए इंतजार में जिसके,
वो Teddy के बदले किसी को जिस्म दे आया है!💔-
जाने किसके हाथ में थे पत्ते मेरी जिंदगी के?
मुझे मिला जोकर के ताश के सिवा कुछ भी नहीं!
और इतनी शिद्दत से क्या ढूंढ रहे हो मुझ में?
पर्व!.. मैं जिंदा लाश के सिवा कुछ भी नहीं!!-
उसे भूल जाना होगा आसान बेशक!
पर्व! इतना आसान काम हमसे नहीं होगा।💔-
कौन जानता है उन आंखों में क्या था "पर्व"?
हम तैर सकते थे मगर डूबना बेहतर लगा!-
मेरी हालत अब और बिगड़ने लगी है "पर्व"
सुना है मेरा 'मरहम' शहर जा चुका है!!💔-
ए खुदा अच्छा होता,
गर मुझपर भी तेरी नजरें "रहम" होती !
देखता हूँ भरी कलाईयाँ दोस्तों की तो सोचता हूँ,
काश मेरी भी कोई "बहन" होती !!😥-
मत समझो इसको तुम आजादी, य़े तो सिर्फ एक झांकी है
लड़कियां है बस एक खिलौना, य़े सोच आजाद होनी अब भी बाकी है
कोई है तुम्हारी बहन यहां, तो किसी की उम्र तुम्हारी माँ की है
जरा उसकी तो शर्म करो तुम गिद्धों, जिसकी तुम्हारी कलाई पर राखी है
बस कपड़ों को देते सब दोष यहां, अपनी नजरों की किसी को फिक्र नहीं
उस छोटी बच्ची ने क्या पहना था, इसका कहीं भी जिक्र नहीं
वो ऊपरवाला सब देख रहा, अब तो अच्छे कर्म करो
तुम्हारी भी तो बहन है ऐसी, थोड़ी सी तो शर्म करो
घुट-घुट कर जीना क्या होता है, इन्हें जब ही समझ में आएगा
इन जैसा ही नोचेगा इनको, जब खुदा इन्हें भी लड़की बनाएगा.!!-