कोशिश करते हैं हम भी वृक्ष की तरह अपनी सीमाओं से बाहर निकलने की।
वो तो निकल जाते हैं,
पर क्या हम अपनी जङों की तरह जकङी हुई सोच की सीमाओं से बाहर निकल पाते हैं?-
Parul
(PA)
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बस यूँही कभी अपनी तो कभी दूसरों की जिंदगी से जुड़े ख्याल व्यक्त किया करते हैं....
Joined 18 September 2018
31 JAN 2021 AT 9:50
27 MAR 2020 AT 1:12
Moving forward is the law of nature,
No matter how much we want, there is no way back.-
17 JAN 2020 AT 0:29
पूछते हो मुझसे मेरा हाल,
जो ना बताऊँ तो हठ करते हो किसी बच्चे की तरह।
जो भी बताऊँ,
मान भी लेते हो किसी बच्चे की तरह।
कभी बङो की तरह भी पूछो
"क्या सही बता रही हो तुम ? "
-
3 NOV 2019 AT 1:20
"Was just thinking about you! Why you are up? "
"I was also thinking about you"-
8 SEP 2019 AT 19:55
सलाह देने के लिए सब के पास समय है
किसी से बात करने के लिए समय की कमी हो जाती है।-
28 JUL 2019 AT 22:28
पता नहीं कहाँ खो गये हो तुम....
कभी तो लगता है आसपास हो कभी बहुत दूर लगते हो तुम...-