तेरी कही हर बात बहुत याद आती है।शब्दों की कमी हो या समय की पाबंदीकुछ साथ है मेरे, तो वो याद है तेरी।हर रात एक याद बहुत याद आती है,तेरा वो मुस्कुराना होयामुझे एक नज़र देखनामुझे तेरी हर बात बहुत याद आती है।। -
तेरी कही हर बात बहुत याद आती है।शब्दों की कमी हो या समय की पाबंदीकुछ साथ है मेरे, तो वो याद है तेरी।हर रात एक याद बहुत याद आती है,तेरा वो मुस्कुराना होयामुझे एक नज़र देखनामुझे तेरी हर बात बहुत याद आती है।।
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जिस किनारे तुम नहीं। -
जिस किनारे तुम नहीं।
कुछ सफ़र नाशाद हैं।कुछ रास्ते परेशान है।मैं निकल पड़ी हूं उस डगर में,जिस पथ में बिखरे तेरे निशान है।। -
कुछ सफ़र नाशाद हैं।कुछ रास्ते परेशान है।मैं निकल पड़ी हूं उस डगर में,जिस पथ में बिखरे तेरे निशान है।।
फिर तुम मिल गए। -
फिर तुम मिल गए।
you Start noticing small things, the person do for you....🥰Or Love becomes new whenYou start giving,Self care and self attentionTo yourself..🤗 -
you Start noticing small things, the person do for you....🥰Or Love becomes new whenYou start giving,Self care and self attentionTo yourself..🤗
क्या उसे आने वाले कल का डर है।अपने अतीत से पूछो,क्या उसे बीती शाम पर गुमान है।।आज अगर तेरा आज न बनातो कल तुझे तकलीफ़ होगी।कल बेशक़ तकलीफ़ होगीमगर महसूस तुझे आज ही होगी।। -
क्या उसे आने वाले कल का डर है।अपने अतीत से पूछो,क्या उसे बीती शाम पर गुमान है।।आज अगर तेरा आज न बनातो कल तुझे तकलीफ़ होगी।कल बेशक़ तकलीफ़ होगीमगर महसूस तुझे आज ही होगी।।
एक रात यूँहीं कटी।ज़िन्दगी अज़ाब में, हर शाम यूँहीं ढली।। -
एक रात यूँहीं कटी।ज़िन्दगी अज़ाब में, हर शाम यूँहीं ढली।।
बदक़िस्मत हूँ मैं।जिसे अपना कह दिया,वो मेरा फिर कभी हो न सका। -
बदक़िस्मत हूँ मैं।जिसे अपना कह दिया,वो मेरा फिर कभी हो न सका।
हमने उनसे उनका चाँद क्या माँग लिया,उन्होंने तो हमारी जीत ही गिरवी रख ली।। -
हमने उनसे उनका चाँद क्या माँग लिया,उन्होंने तो हमारी जीत ही गिरवी रख ली।।
कि तुम खुश हो।फिर, क्या फर्क पड़ता है।मेरे हो या किसी और के।। -
कि तुम खुश हो।फिर, क्या फर्क पड़ता है।मेरे हो या किसी और के।।