Nature
N
Signature
Can't be changed...!!-
भूल जाने में उसे थोड़ी कसर रखते हैं,
चुपके चुपके ही सही, उसपे नज़र रखते हैं।-
नंदी को तुमनें छोड़ दिया मंदिर विध्वंस पर हमें चिड़ाने को...
वो नंदी भी बैठा रहा जिद पे अपनी महादेव का पता बताने को...
हर हर महादेव🙏-
मैं आगे बढ़ी
तुमको भी साथ ले चली,
तुम रुक भी सकते थे
मगर... तुमने
साथ चलना चुना ❤️
रास्ते आसान नहीं थे
मगर... तुमने
हाथ थामे रहना चुना ❤️
हर निगाह को खटकते थे
मगर... तुमने
नज़रों में बसाना चुना ❤️
तुम ओझल हो भी सकते थे
मगर ... तुमने
मुझ में ठहरना चुना ❤️
हाँ... इतनी भीड़ में तुमने मुझे चुना ❤️
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निकालो गालियों में बना कर टोली,
भीगा दो आज हर एक झोली..
कोई मुस्कुरा दे तो उसे गले लगा लो,
वरना निकल लो लगा के रंग, बोल के हैप्पी होल🎉-
हो गई है पीर पर्वत सी पिघलनी चाहिए...
इस हिमालय से कोई गंगा निकलनी चाहिए,
आज यह दीवार, परदों की तरह हिलने लगी..
शर्त लेकिन थी कि ये बुनियाद हिलनी चाहिए,
हर सड़क पर, हर गली में, हर नगर, हर गाँव में,
हाथ लहराते हुए हर लाश चलनी चाहिए..
सिर्फ हंगामा खड़ा करना मेरा मकसद नहीं,
सारी कोशिश है कि ये सूरत बदलनी चाहिए..
मेरे सीने में नहीं तो तेरे सीने में सही
हो कहीं भी आग, लेकिन आग जलनी चाहिए...!!-