आस्था और श्रद्धा के प्रतीक महादेव के पवित्र माह द्वितीय सावन सोमवार की सभी महादेव भक्तो को शुभकामना और बधाई ।
आप सभी खुद समझदार हैं फिर भी अतिउत्साह या अनजान से ही महादेव को खुश करने के नाम पर नशीला पदार्थ को न ग्रहण करे न उसका दिखावा करे।
प्रभु शंकर आप सभी का मनोकामना सिर्फ जलाभिषेक तथा मंत्रोचारण से पुरा कर देंगे यकीन रखीये महादेव पर।
आपके जाने अनजाने में किया गया भुल हमारे बर्षो की सनातन गौरव को ठेस पहुंचाने का मार्ग खोल देता है तथा हमारी भविष्य की पीढ़ी उसे रीति रिवाज मान के प्रभु वंदना का अपभ्रष्ट मार्ग अपनाने लगती है।
इसलिए आप सभी से सविनय निवेदन है कि इस बार सावन में ऐसी कोई प्रदर्शन या व्यवहार न करे।
बिल्कुल हमारे पूजा पद्धति में बहुत सी विविधता है पर हमारे किसी भी आराध्य के द्वारा कभी भी नशा प्रोत्साहन का जिक्र हमारे धर्मग्रन्थ में नहीं मिलता है या हमारे आराध्य कभी ऐसा कुछ सेवन किये हो जो वर्णन में आता हो।
इसलिए कोई भी भूलबस बनी रिति रिवाज को धर्मपरायण न माने।
हमारी यही विशेषता रही है कि सनातन धर्म हमेशा अपने संस्कृति में पनपे कुरीति को खुद से अगल किया है और सर्वसमावेशी रास्ता हमेशा चुना है तथा इसी वजह से हम पुरे विश्व में सबसे प्राचीन होने के साथ सबसे नवीन सुधार के लिए विख्यात है।
आप सभीको पुनः सावन की शुभकामना । हर हर महादेव-
22 Sep..Meri apni jayanti.😜
love indian army 🇮🇳
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वीर महाराणा प्रताप जयंती की शुभकामनाएं 🚩
हिंदू है तू हिंद का रक्षक तूफानों को मुठ्ठी में तूने पाला है, अरे दुश्मन की छाती चीरने वाला
तू महाराणा का भाला है
तू वोही महाराणा है जिसने
मुगलों को गाजर मूली जैसे काटा है, मुगलों की छाती पर चढ़ दहाड़ने वाला तू ही तो वीर मराठा है।
चेतक तू महाराणा का रण में कैसे रुक जायेगा, तू अर्जुन का अभिमन्यु है शत्रु के आगे कैसे झुक जायेगा।
अरे एकजुट हो खड़ा रहेगा तो शक्ति का एक पुंज है तू हल्दीघाटी को हिलाने वाली हर हर महादेव की गूंज है तू।-
Happy mother's day 365
मां जीवन के भीषण जाड़े में मन तेरे मातृत्व की चादर ओढ़ हर्शाता है, • तब तब तू तरुवर की छांव बनी जब-जब जीवन घाम बरसाता है।
तुझ से ना कोई पहले है
मेरी दुनिया तेरे बाद नहीं,
तुझसे ठिठोली करना मुझको ना जाने क्यों इतना भाता है, तेरी हर डांट से मुझको जीने का सलीका आता है।
तेरी मुस्कुराहट देख मेरा हृदय पुलकित हो जाता है, और तेरा एक-एक आंसू मेरा सीना छलनी कर जाता है।
माना थोड़ा तुनुक मिजाज हूं कभी-कभी चिढ़ जाता हूं, अरे तेरे प्यार का भूखा लाल तेरा हूं वापस तेरे पास ही आता हूं।
इस दुनिया से लड़-लड़कर
जब मैं थककर चूर हो जाता हूं, मेरे नारायण का आशीर्वाद है तू तुझे हंसता देख मैं ऊर्जा से भर जाता हूं।
तुझे प्रेमवश कान्हा दिखता हूं मैं मामूली सा मैं बंदा हूं, अरे तुझ में ही रब दिखता मुझको तुझे देख-देख मैं जिंदा हूं।
तेरे दिए संस्कार ही हैं जो व्यक्तित्व की मेरे शान है, तुझसे मुझे जो चारित्र मिला है उस चरित्र की शक्ति पर मुझको अभिमान है।
मां तू केवल एक शब्द नहीं
तू करुणा की मूरत है, तू पावन रूप है गंगा मैया का तू जगदंबा की सूरत है।
चला रही जो ब्रम्हांड अनंत को तू वो अद्भुत एक शक्ति है, कभी प्रेम है तू मैया यशोदा का कभी मां अनसुइया की तू भक्ति है।
दुआ है मुरलीवाले से इस देह में जब तक श्वांस रहें, मेरी मां की गोद में सिर मेरा हो मेरी मैया सदा ही मेरे पास रहे।-
कथा सुनो उस वीर की
जिसने काल को हराया था, शस्त्र और शास्त्र का अनोखा संगम उस ब्राह्मण देव ने दिखाया था।
प्रजा पर जब नियम थोपकर
क्षत्रिय वर्ण में विकृति सी आई थी, लीला अपनी रचाई थी।
तब जमदग्नि ऋषि के घर अवतार लेकर नारायण ने
मां रेणुका पिता जमदग्नि ने
राम नाम रखा था अपने लाल का,
और आगे चलकर वही विष्णु अंश भक्त बना महाकाल का।
शिव का तप जब किया भयंकर
सागर मानो कांपकर अंबर से टकराया था, शिष्य बनकर भगवान ने फिर महादेव का
दिव्य परषु उनसे पाया था।
सहस्त्रबाहु जैसे विध्वंसक योद्धा लगते उनको आम थे, • राम नाम के साथ परषु धरा थे तब कहलाए गुरु परशुराम थे।-
जिसकी लीलाओं से ग्रंथ भरे पड़े हैं
फिर भी मैं अंजाना हूं, अरे जिसकी करनी मनुज कभी समझ सका ना
मैं गोकुल का वही कान्हा हूं।
आकाश की भांति अनंत हूं मैं तभी वर्ण ये मेरा नीला है, अरे मथुरा में तो केवल एक बालक जन्मा था
कृष्ण जन्म गोकुल की उसकी लीला है।
जिसकी लीलाओं से ग्रंथ भरे पड़े हैं
फिर भी मैं अंजाना हूं, अरे जिसकी करनी मनुज कभी समझ सका ना
मैं गोकुल का वही कान्हा हूं।
आकाश की भांति अनंत हूं मैं तभी वर्ण ये मेरा नीला है, अरे मथुरा में तो केवल एक बालक जन्मा था
कृष्ण जन्म गोकुल की उसकी लीला है।
नटखट सा वही बालक हूं मैं
गोकुल की गलियों में जो कभी घूमा था,
अरे मेरी ही मुरली की धुन सुनकर
सारा बृजमंडल झूमा था।
ढूंढ मुझे उसी प्रेम की धुन में तुझको मैं मिल जाऊंगा, किसी नटखट बालक की क्रीड़ा में तुझे झलक अपनी दिखलाऊंगा।
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देखो यार अंग्रेजी आज तक न समझ आ सकीं ना ठीक से बोल पाए इसमें हमको कोई हिरानी नहीं होती है
माँ की डाट पिता जी का गुस्सा रिस्तेदार के ताने बहन की फरमाइशें और दोस्तों की गाली सब हिन्दी में होता है यहां तक कि हमारा बॉस हिन्दी में तारीफ़ और अग्रेजी में ताने सुनता है इसलिए हमें गर्व है कि हमारे हर दिन हिन्दी दिवस है-
बड़े जिद्दी होते है यार
वह लड़के
जो सुबह सुबह उठकर लग जाते है फौज की तैयारी में 🏃
इनको फ़िक्र नहीं होती है मौसम की
न इनको डर है किसी बात का
बस ये जानते है कि
एक बार फिजिकल मेडिकल रिटर्न निकल जाए
तो वर्दी पहन कर जो खुशी होगी न 😃
वो उनके घरवालों की आँखों में दिखेगी😍🥺
दौड़ो लाडलों खूब दौड़🏃❣
जय हिंद 🇮🇳-
वो मिली मुझे पब्लिक बस में
यू ही मुस्काते हुये वो अल्हड़ हैं थोरी पागल और थोरी बेपरवाह भी उससे बातें हर रोज करता हु में
उससे प्यार भी हर रोज करता हु में
मगर ये बसे एक ख्यालो में होता है
ये एक तरफा प्यार मे होता है-
मेरी फितरत में नहीं उन परिंदों को साथ रखना, जिन्हें हर किसी के साथ उड़ने का शौक हो..
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सबसे पहले और सबसे बाद में भी, सिर्फ़ और सिर्फ़ वतन। मुझे कोई जन्नत की चाहत नहीं है, मेरे वतन का हर ज़र्रा जन्नत है, जब चाहो मिट्टी उठाकर माथे पर लगा लेना, कुछ नक़ली जन्नतों से बेहतर महसूस होगा। आइये हम सब मिलकर अपने राष्ट्र को विश्व में सर्वश्रेष्ठ बनाये। कोई भी देश महान तब बनता है, जब उसने रेहने वाले हर नागरिक को उस राष्ट्र की अखंडता और एकता पर अटूट विश्वास हो। जिसे भारत के संविधान का भरोसा नहीं, क़ानून पर भरोसा नहीं, भाईचारे पर,आर्मी पुलिस समाज पर भरोसा नहीं, वह आज भी बाक़ी किसी भी देश के लिये बिल्कुल सुबह-सुबह सामान बांध कर निकल सकता है? अभी ४:३० हुए हैं, नाश्ता करके निकलना और अपने माँ बाप की क़सम खाकर निकलो की वापस नहीं आयेंगे? ये उनके लिये जो रेहते यहाँ हैं, लेकिन गाते और चाटते वहाँ की हैं। - जिस देश में अगर तुम पैदा हुए, और उस देश के अगर तुम भक्त नहीं, तो ना माँ का तुमने दूध पिता और बाप का तुम में रक्त नहीं। दुआयें करेंगे की तुम जिसे मानते हो वो तुम पर रहम करे, क्योंकि हिंदुस्तानी फ़ौज तो करेगी नहीं। ~ #MaaterShifuji
वंदे मातरम 🇮🇳
भारत माता की जय 🇮🇳
जय हिंद की सेना🇮🇳
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