क्या किसी का भी यहाँ अब महबूब नहीं रूठताइस शहर में आजकल कोई तारा नहीं टूटता -
क्या किसी का भी यहाँ अब महबूब नहीं रूठताइस शहर में आजकल कोई तारा नहीं टूटता
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