अब तो समझ जा,
उसका जो स्वभाव है
अभी भी उम्मीद है उससे,
तू भी लाजवाब है,
दिल विल छोड़,
क्या तेरा दिमाग़ ख़राब है-
And Sometimes I write Poetry too...please... read more
ये इश्क नहीं आसां,
मेरे भाइयों,
ये इश्क़ नहीं आसां
बस इतना समझ लीजिए,
एक उसकी गलतियों का दरिया है,
बस सॉरी बोलते जाना है
😂-
अरमान
पंछी घर को लौटेंगे
कोई ऑफिस से, कोई दुकान से
कुछ थके, कुछ परेशान से
कुछ हंसते हुए, कुछ हैरान से
निकल गई जिंदगी, एक और शाम से
खुश हैं सभी कि, अब नींद भर सोएंगे आराम से
बस वो अकेली फुटपाथ वाली बुढ़िया,
तक रही है कि रास्ता, एक कम्बल के अरमान से-
कभी मैं अपनी ग़लती मान लूं,
कभी तू यूंही मुझे माफ़ करदे
ज़रूरी तो नहीं कि हमेशा हमारे बीच,
कोई सही रहे या ग़लत रहे
ज़रूरी तो ये है कि हमारे इश्क़ की रोशनी,
सदा जलती रहे, सलामत रहे-
कर्तव्य किए जा बार बार,
मुंह सिला रहे हमेशा
जीत हो या अनेकों हार
मन खिला रहे हमेशा
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खुद पर भरोसा रखना,
अंधेरे और उजाले,
दोनो को अपना समझना
उजालों में ऊंची उड़ाने भरना,
और, न उड़ सको तो पैदल ही चल लेना,
बस कोई गिला शिकवा न करना
लेकिन, सिर्फ एक बात याद रखना,
किसी सुरतेहाल में, अंधेरों से न डरना-
लोग क्या कहेंगे,
क्या सोचेंगे,
क्या समझेंगे,
ये लोगों का कहना, सोचना, समझना,
श्रीमान; ये तो लोगों का काम हुआ न,
तो लोगों के काम का बोझ तुम क्यों ढो रहे हो,
इन लोगों के चक्कर में, तुम ज़िन्दगी क्यों खो रहे हो
दिल जो कहे, वो करो
सोते समाज में तुम क्यों सो रहे हो
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then only 0.01% of total pages would have covered the human history
THIS WORLD BELONGS TO EVERY SPECIES-
कुछ कम करलो ना
बहुत ज़्यादा बताया आपने
वो बोल रहा था
एक ठेले वाले के सामने
क्यों ये मोलभाव नहीँ है करता
क्यों ये सवाल नहीँ है करता
वो किसी शोरूम या मॉल में
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