देर रात ढल गई, मगर साँसों मे वज़न है, तो जी है..!
सदियों पुराना दर्द कोई दिल मे दफ़न है, तो जी है..!!
बेशक़ तकनीकी तरक्की से है हर काम आसान-ओ-मुमकिन मगर,
माँ के गोद मे लोरी कि थपकियों मे चैन-ए-सुखन है, तो जी है..!!-
आखिरी हर दिन मान के जीता, मन का मौज़ी विकास..
किसी के किरदार से नहीं, मैं उसके बौद्धिक विचार से जुड़ता हूंँ...!
भौतिक आकार या प्रकार से नहीं, मैं उसके व्यवहारिक संस्कार से जुड़ता हूंँ..!!
यूँ तो नहीं जताता कभी किसी पर मै हक़ अपना मगर्,
अपना समझने के उस अधिकार से जुड़ता हूंँ..!!-
हाँ..! मैं कम ही बोलता हूँ, ज्यादा मिलनसार नहीं हूँ..!
वो दर-असल private हूँ ना, कोई हिन्दी समाचार नहीं हूँ..!!
और जब होने लगे किसी से 2-4 बातें, तो बड़ी जल्दी मुझे लगाव हो जाता है..!
इसी लिए नहीं जुड़ता किसी से के वो बिछड़ जाए तो मुझे तनाव हो जाता है..!!-
It's not just a feeling babe, not just a feeling...!
You never know my baby how am I dealing...!!
doesn't matter how cool do I act when you say smthing...
It's only me who know how deep does it drilling...!!-
फ़िर पलकें उठीं, नजरें मिली और जरा सा
मुस्कुराए हम दोनो मुहँ फेर कर,
ये सब घटा second के चौथाई हिस्से मे,
फ़िर एक लम्बी खामोशी हो गई..!!
के मेरे सीने के पत्थर पर उसके नाम की नक्काशी हो गई..!!-
उसने हाथ मिलाने को हौले से अपना हाथ बढ़ाया मेरी तरफ़...!
घबराहट मे कांपते हाथ उसके, के मानो जैसे हो बरफ़..!!-
उसने तिरछी कत्थई निगाहो से मुझे, बस देखा दो दफ़ा..!
और जैसे मेरे सीने के पत्थर पर उसके नाम की नक्काशी हो गई..!!-
किसी खास को उसकी खासियत बताते-बताते
हमको खांसी हो गई..!
और उस शाम चाय पर मिले थे हम,
मगर बातों-बातों मे वो चाय बासी हो गई..!!-
Ae bhidoo.. Apun ko bhi sacche wala pyar hua...!!
Saala, hua bhi to 1 nhi, kmbakht 2-2 baar hua..!!
Pehla hua to apna wo yaar khraab..!
Duja hua to saala apun ka time khraab..!!-