मैं अगर ठुकराने बैठूं, तो सब कुछ छूट जाएगा.. और अगर जताने बैठूं, हर रिश्ता टूट जाएगा.. मेरी ज़िद से अभी तुम वाकिफ़ ही कहाँ हो, मैं अगर भुलाने बैठूं, तो हर अपना रूठ जायेगा!!
तू मुझे सब्र रखने की समझाइश ना दे, मैंने बहुत से तूफानों को टाल रखा हैं.. सुना है कुछ लोग आस्तीन के सांप होते हैं, फिर तो मैंने कई अजगरों को पाल रखा हैं ।।