चंद ख्याब ही सही मगर सिद्दत से देखा जाये,महज मुहब्बत में मिलना कोई मुकाम नहीं ,दूर होकर भी निभाते है कुछ लोग मुहब्बत को कोई नाम न दिया जाये ।। - Pankaj Nirabh Anand
चंद ख्याब ही सही मगर सिद्दत से देखा जाये,महज मुहब्बत में मिलना कोई मुकाम नहीं ,दूर होकर भी निभाते है कुछ लोग मुहब्बत को कोई नाम न दिया जाये ।।
- Pankaj Nirabh Anand