दोस्ती का मतलब यही है,
कि इसमें कोई मतलब नहीं है।।
दोस्त कोई भी हो सकता है,
दोस्ती रिश्तों में हो सकती ,
दोस्ती अंजानो में हो सकती है,,
दोस्ती बिना नाप के पैमानों में हो सकती है।।
बचपन के दोस्त, लड़कपन के दोस्त,
कुछ जवानी के दोस्त, कुछ ढलती उम्र के दोस्त,
कुछ ऑनलाइन वाले दोस्त, कुछ गेमिंग वाले दोस्त,,
सबकी अपनी अलग ही बात है,
ये दोस्त हैं तो खुशनुमा दिन और रात हैं।।
मायूसी में सहारा देने वाले दोस्त, रोता देख हंसनेवाले दोस्त, बात बात पर ताना कसने वाले दोस्त, कुछ तो बिल्कुल दुश्मनों जैसे दोस्त,
कौन है जिसके दोस्त नहीं है,
आसपास देखो दोस्त हर कहीं हैं।।
कुछ हैं जो दूर हैं जो पास ही रहते हैं, कुछ पास हैं जो बहोत दूर चले गए हैं, कुछ जिनकी सिर्फ यादें बाकी हैं, वो नहीं हैं मगर उनकी बातें बाकी हैं।।
मेरे सभी दोस्तों को समर्पित
🙏🙏
पंक
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