जो चला गया, उसके लौटने की कभी आस मत करना
अँधेर भारी रातों में सूरज की कभी तलाश मत करना
सबके अलग अलग नकाब होते हैं झूठ छुपाने के
रोती हुई औरत और मुस्कुराते हुए आदमी पर कभी विश्वास मत करना-
Writing is just my hobby..✍
|Photography|..📷
|3 August |..�... read more
छुपाने लगी हैं बातें, नज़र मिलाकर बात नहीं करती
किनारे पर रहती हैं, अब साथ दरिया में नहीं चलती
कैसे कह दूँ यार कि तुम्हें प्यार है सिर्फ मुझसे
बात मान जाती हो, मगर अब झगड़ा नहीं करती-
सूरज ने आँखें मूँद ली, रात हो चुकी है
चांदनी सर पे बिखरी है, रात हो चुकी है
सज संवर निकला था सुबह जिम्मेदारियां निभाने
इज़्ज़त गँवाकर लौट आया क्यूंकि, रात हो चुकी है
जान, जुबाँ से तो दिन भर लड़ाईयाँ करते रहेंगे
चलो अब जिस्मों को लड़वाते हैं, रात हो चुकी है
दिन भर बहुत सताया है तेरी यादों ने मुझे
यार अब तो सोने दे क्यूंकि रात हो चुकी है
मरता रहा सारा दिन वो बच्चे के खिलोने के लिए
कल लाऊंगा बेटा अभी सो जाओ, रात हो चुकी है
सवेरा फिर से एक नयी उम्मीद लेकर आएगा
चलो इसी उम्मीद में सो जाते हैं, रात हो चुकी है-
अच्छा है, Mesaages का जमाना है,
Block ही तो करती हो
वरना तुम तो मेरे भेजे हुए कबूतर मार देती-
आफत पतियों पर आयी है, प्रेमी अभी सुरक्षित है
इसलिए प्रेम करते रहिये
😉😉-
अभी अभी करवट लेकर मौसम ने बारिश चुनी है
मैंने अपने आँगन में बरखा बूंदों की साज सुनी है-
कभी झड़ती थी मिश्री जुबाँ से, अब जहर हो गए
झील के मीठे पानी से नमकीन समुन्दर हो गए
हाँ एक फूलों कि दुकान थी तो मेरे हुजरे में भी
अब फूल सबको बाँट के खुद पत्थर हो गए-
कोई जन्नत जाए तो बताना
क्या वहाँ इश्क़ की चुभन का नशा मिलेगा
अप्सरायें मिल भी गयी तो क्या
किसी की सादगी में डूबने का मजा मिलेगा-