शब्दों से ही खुशी
शब्दों से ही गम
शब्दों से ही पीड़ा
शब्दों से ही मरहम।-
Selectively EXTROVERT.
कल तक जो रंग, रंग थे,
आज वो रंग, दाग हो गए।
कल तक जो अपने, अपने थे,
आज वो अपने, पराए हो गए।।-
फासले ऐसे भी होंगें,
ये तो मैनें सोचा न था।
पास होकर भी,
वो मेरा न था।।-
शायद सच में पागल है मेरा दिल जो हमेशा
उसके बारे में सोचता,जिसको मेरी परवाह ही नहीं है।-
जिंदगी से बड़ी कोई सजा ही नहीं है,
और क्या जुर्म है पता ही नहीं हैं।
इतने हिस्से में बट गया हूँ,
कि अब मेरे हिस्से में कुछ बसा ही नहीं हैं।
धन के हाथों बिक गये सब कानून,
अब तो किसी जुर्म की सजा ही नहीं हैं।-
Sometimes people who are suffering from depression and they have lack of proper vocab to explain what they are feeling inside, and sometimes nothing works for them. But you gotta try every possible technique to help him/her cope up the situation. For example, answering their calls immediately, replying to their text messages immediately, so they know that there is someone to whom their life is valuable. You can also join some community or classes with them like art therapy or gaming, whichever you both have interests.
Let’s take care of each other.
The world is on its end, the only thing that will remain is humanity !!-
स्वाधीनता संग्राम के अमर महानायक, अरण्य संस्कृति और जनजातीय अस्मिता के उन्नायक, मातृभूमि और 'जल-जंगल-जमीन' की रक्षा हेतु संघर्ष की सीख देने वाले महान क्रांतिवीर 'धरती आबा' भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर उनके साहस, समर्पण, पराक्रम, धैर्य और राष्ट्र के लिए उनके प्रेम और दृढ़निश्चयी को मेरा कोटि-कोटि नमन!
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संपूर्ण भारतवर्ष को गाय गोहरी के अद्वितीय त्यौहार की हार्दिक शुभकामनाएं।
यह भील समाज का अपनी नवीन फसलोंत्पादन, पशुओं और प्रकृति के साथ घनिष्ठ संबंध, उनके प्रति समर्पण, साहस, धैर्य, दृढ़निश्चय, अटूट विश्वास और अपने पूर्वजों के प्रति निरंतरता के साथ अपनी कृतज्ञता व्यक्त करने का प्रतीक है।-
वो बिछड़ा कुछ इस अदा से
कि रुत ही बदल गई
एक शख्स
पूरे देश को वीरान कर गया।-