ठीक एक साल पहले देश के सत्ताधारियों ने और चौथे स्तंभ सिर्फ नाम कहलवाने वाले कुछ पत्रकार समाज ने , देश की सुरक्षा के लिए
अपने खून से सदा जमीन सिंची उन्हें ही आतंकवादी कह कर संबोधित किया गया था , मैं बात कर रहा हूं देश के अन्नदाता की , जिसने सारी आलोचनाओं
को सह कर 700+ किसानों की शहादत देकर , अहंकारी सत्ता को झुकाया
तो गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं-
मेरा राम व आदर्श दीनबंधु सर चौ छोटूराम ओल्यान
JAT🌾
आज मेरे आदर्श धरतीपुत्र रहबर आज़म चौधरी सर छोटूराम
जी की जयंती है, चौधरी साहब अपने जीवन में बहुत संघर्ष
किए, वे एक दमदार वकील और मझे हुए राजनेता तो थे
ही साथ दिल के साथ ओर दिलदार भी थे। किसानों को उनकी
ज़मीनो का मालिक तो बनाया ही देश को भाखड़ा नांगल बांध
की सौगात भी थी । बांध के उद्घाटन से पूर्व 63 वर्ष की उम्र
में हमें छोड़ कर चले गए।
चौधरी साहब की कोई संतान नहीं थी पर वे सभी किसान-मजदूर
को अपनी संतान बताते थे
ऐसे सच्चे महापुरुष को मैं सत-सत नमन
नोट= चौधरी साहब को ज्यादा जानने के सांपला (सर छोटूराम नगर)
ओर रोहतक नीली कोठी में जरूर जाएं-
जिन राहों पे कभी पहरा होता था हमारा
आज वहीं राहें बेजान है,
जहां कभी महफ़िलो में हमारे होने से
ही हलचल सादगी थी
आज वहीं महफ़िल हमारे बिना किसी
ज़िक्र से ही सुनसान है,
तेरी उन राहों की पहरेदारी मैं आज भी
करलू पर उसके मायने नहीं रहे
महफ़िलो में आज भी आ जाऊ
पर वहां पहुंचने के आईने नहीं रहे.-
हरियाणा दिवस 1 नवंबर
मेरा हरियाणा मेरी जान दुग्ध दही का खाना है जहां ओलम्पिक में मेंडल लाना है । एक जीवन का पाना है । हुक्का यहां की पहचान है । और देश के हर कोने में छाती ताने खड़ा जवान है । खेतों अपनी फसल के सही दाम के लिए खड़ा लंचार किसान है । रागणी सुनन का लोगा के चशका है नशा करना ना म्हारे बस का है हमने इसी बात का मान है पर देखु अजय पंघाल हालत जब किसान मजदूर की इसी मारे मेरा मन परेशान हैं
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कच्ची लकड़ी की सीडी पे सवार है हम
होंसला और धैर्य से चढ़ाई करेंगे
तो मंजिल बाहें फैलाकर हमारा स्वागत
करेंगी ।
नहीं तो फिर अर्श से फर्श पर आने में
वक्त नाम मात्र लगता है-
यही तक था फ़साना हमारा
हा जरुर मिलेगे हम
पर इस जहां मिलना
हमारा मुझे संभव लग नहीं रहा
जाति भी एक है धर्म भी एक है
पर हम दोनों के मतभेद ही एक
मुख्य रोड़ा है
अलविदा मेरी जान किसी और जहां
मिलेंगे-
वो बोली क्या है तेरे पास
बोली मेरे नये आशिक के पास
I-Phone13 है
मैं बोला मेडम थोड़ा सा
सब्र करो लाइसेंस की फाइल
लगा रखी है ,बस अप्रूवल की प्रतीक्षा है
3 लाख की 12बोर गन हाउस
में रखी इन्तजार कर रही है
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हम किसी की शर्तों पे
जीना कत्ही पसंद नहीं करते हैं,
हम अपनी मूंछो के रसूख पे
ही जीना पसंद करते हैं,
क्योंकि एक तो जन्म जाट घर
में लिया है दुसरा पेशा हमारा
किसानी ।-
ख़ैर फिलहाल हमारा एक दुजे से
वास्ता नहीं है,
खों गए थे दोनों हम तारों की रैली में
बिछड़े थे तब कहीं जो बात कि
मिलूंगा तब जब कुछ बन जाऊंगा
फिलहाल हम उस काम में बिना
किसी शोर के लगें हुए हैं।-
जाटनी तेरे लिए मेरी मोहब्बत खत्म नहीं
हो सकती आखिरी सांस तक,
बस उसपर पर्दा डालकर कुछ वक्त के
लिए छिपाया जा सकता है।-