कर दिया समर्पण प्यार में तो एहसास होना चाहिए,
गर थाम लिया आपने हाथ किसी का तो उसपर विश्वास होना चाहिए.
भटकते रहे हरपल मंज़िल की तलाश में,
तुम साथ हो हमेशा इस बात का आभास होना चाहिए.
दिप ऐसा जलाओ कि रोशन करे जहां को,
सबपर रब का आशीर्वाद होना चाहिए.
तुम्हारी ख़्वाहिशों के घर बसाने में लगा हूँ मै
जीत की मगर तुमको भी आस होना चाहिए.
हर पर तुमको ही जीते हैं हर पर तुम्हारा साथ होना चाहिए,
इस गुजरते वक़्त में भी मधुर एहसास होना चाहिए.
है चाहत जो हमारी उसे आज ही हम पूरा करें,
राहों में भीड़ ही रही मगर दिल मे उल्लास होना चाहिए.
तुम मेरी ज़िंदगी ही नही मेरी ज़िंदगी भी हो समझ लो तुम
अब मीठी ये ज़िन्दगी भी खास होनी चाहिए.
लम्हे वक़्त के सज रहें हैं "आज़ाद" ज़िन्दगी की डाल पर,
मिलें खुशियां हर किसी को दुआओं में यही अरदास होना चाहिए.
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