Pandit Nimitt Upadhyay  
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Joined 27 March 2018


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Joined 27 March 2018
27 FEB AT 21:08

बम बम बम बम करते है,
भूत बन के रहते है,
किसी से नही डरते है।
बस महाकाल ही जपते है।

तु जप जप महाकाल,
करेंगे रक्षा बन के ढाल।२
छोड़ सब उनके ऊपर,
वो है कालो के काल।

जप जप महाकाल ४

देवो के देव है भोले।
सबके महादेव है भोले।
हरेंगे सबके कष्ट भोले।
दुखो को करेंगे नष्ट भोले।

डमरू डम डम बजते है,
छम छम छम छम नचते है।
सब चिंता को भुल भाल,
सब बम बम बम बम करते है।

तु जप जप महाकाल,
करेंगे रक्षा बन के ढाल।२
ॐ नमः शिवाय 2
बोल बम, तु बोल बम

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25 FEB AT 21:33

बस तेरे लिए सजूंगी साजना वे,
में तो तेरे उपर मरूंगी साजना वे।
में तेरी हुं तु मान जा साजना वे,
नी तो खुद खुशी करूंगी साजना वे।

अब तन भी तेरा, मन भी तेरा।
धन भी है ये तेरा।
जान भी तेरी, मान भी तेरा।
कुछ नही है मेरा।

में तो साथ साथ चलूंगी साजना वे,
जैसा तु रखेगा रहुंगी साजना वे।
जो कहेगा वो करूंगी सजाना वे ,
तु दे दे गर जहर, नही सोचा में
खुशी ख़ुशी पिलूगी साजना वे ।

तु माना जा ,मान जा साजना वे,
में तो तेरे ऊपर मरूंगी साजना वे।

बस तेरे लिए सजूंगी साजना वे,
में तो तेरे उपर मरूंगी साजना वे।
में तेरी हुं तु मान जा साजना वे,
नी तो जहर ये पी लूंगी साजना वे।

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22 FEB AT 15:52

अधुरा रहा, सब अधुरा रहा।
ख्वाब भी अधुरा, साथ भी अधुरा।
मंजिल भी अधूरी, रास्ता भी अधुरा।
शाम भी अधूरी, आसमान भी अधुरा।
कुछ भी नही पुरा रहा, सब अधुरा रहा।२

वो सभी राते,
सभी मुलाकाते,
बाकी रह गई जो,
अधूरी अपनी बाते,
कुछ भी नही पुरा रहा, सब अधूरा रहा।

आई नही वो खुशबु गुलाब की,
लिप्सा आधी पढ़ी किताब की।
साथ पीने को पुकार रही वो,
आधी भरी बोतल शराब की।

कुछ भी नही पुरा रहा, सब अधूरा रहा।

एक दूजे के बीना , सब अधूरा।
प्रेम अधुरा, वियोग अधुरा।

तु अधूरी, में अधुरा
कुछ भी नही पुरा रहा ,सब अधुरा रहा।

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24 DEC 2024 AT 0:14

तबाह कर दी जिंदगी मेरी, अब क्या लेने आई है।
तेरी इबादत करने की सजा, क्या खुब मेने पाई है।
ले लिया सब कुछ तुने, बची तो सिर्फ मेरी जान है ।
तु लेने को जान मेरी, क्या जहर देने आई है ।

मेरे कमरे में भी, मेरी ही तलाश है।
लाल पीला नही, ये खुनी लिबास है ।
जहर पी तो लिया, इसका गम नही।
उग ला कैसे में , उसकी ये भड़ास है।

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24 NOV 2024 AT 3:08

सम्राटो की कोई बस्ती नही होती।
स्वर्ण की कीमत सस्ती नही होती।
इतना तो सब समझते है।
लड़के लड़की में दोस्ती नहीं होती।

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24 NOV 2024 AT 2:00

क्या मांगु में रब से, तेरा दीदार बहुत है।
उलझा हुआ हुं में, तु समझदार बहुत है

में हुं ताज बेवफाओ के सर का,
और तू वफादार बहुत है।

मेरी कसमें माने नही कोई,
तेरा कहा असरदार बहुत है।

तु निकले वो गली महक उठे।
तेरे बाल खुशबूदार बहुत है।

में लुटू लु बैमानो को और ,
तु ईमानदार बहुत है ।

में हुं रात काली, और तु,
चांद चमकदार बहुत है।

में रुलाता सबको यहां,
तु मजेदार बहुत है।

ना देख ऐसे मुझे,
यहां चौकीदार बहुत है।

में बिकता हुं, सड़क पर
और खरीददार बहुत है।

भला कैसे हो सकते है एक हम,
तु समझ तु समझदार बहुत है।



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24 NOV 2024 AT 1:09

तेरी हरकते ये कमाल कर गई,
तेरे साथ मुझको बदनाम कर गई।
दुजे को छोड़ा तुने, तीजे के लिए,
ये खबर मेरा नाम कर गई।

तेरी हरकते ये कमाल कर गई ,2

पहले पे बीती, दुजे पे बीती,
अब तिजे पे ये बात आई है।
ये तेरा प्यार = व्यार नई,
ये तेरी काली कमाई है 2

ये तेरी काली कमाई ,
पूरे शहर में बवाल कर गई।
तेरी हरकते ये कमाल कर गई,
तेरे साथ मुझको बदनाम कर गई।


मुझमें खोट, उसमे खोट,
खरा तो यहां तू ही है,
हम है जिंदा, नही है मुर्दा,
मरा तो यहां तू ही है।2

ये मौत की ख़बर सवाल कर गई,
तेरी हरकते कमाल कर गई।
तेरे साथ मुझको बदनाम कर गई।

जो बदनामों को बदनाम कर दे,
वो तेरा नाम हो गया।
पंडित का भी तुझे पर,
अब सलाम हो गया ।

सौतन को हुस्नों जमाल कर गई ,
तेरी हरकते कमाल कर गई।
तेरे साथ मुझको बदनाम कर गई।

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23 NOV 2024 AT 0:26

खोया हुं ज़माने में, रात भर सोया नही।
इतना गवारा हूं?मेरा कोई होया नही।
वो जानबूझ कर छोड़ रहा था हाथ मेरा।
अरे वो मेरे हाथ से खोया नही।


कहती है कि मसला तुम हो, और कोई ही मसला नहीं।
ज़माने बदलते रहें सामने मेरे, पर ये शख्स बदला नही।

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22 NOV 2024 AT 22:54

तेरे नैन सब जाने है, मेरे नैन कैसे है रे।
बिन मुरली के तु ,श्याम, राधा जैसे है रे।
तु बन गया हो सारथी और नरेश पर ।
बीन पाणी के हो मछली, राधा ऐसे है रे।

तुने जाना सुदामा, तुने जाना ज़माना।
तुने ये नी जाना, की राधा कैसे है रे।
तेरे नैन सब जाने है, मेरे नैन कैसे है रे।

तेने पाया राज, सबकी रखी लाज।
पर सोच क्या पाया ,किशोरी ने रे।
तेरे नैन सब जाने है, मेरे नैन कैसे है रे।

बना रखे है दास, भगत जैसे सूरदास।
याद आवे की नी, कि भुला राधा कौन है रे।
तेरे नैन सब जाने है, मेरे नैन कैसे है रे।

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20 NOV 2024 AT 23:26

तेरी ये नाराजी मुझे तबाह करती है,
तेरी ये जुदाई मुझे फनाह करती है ।
कहती है ये मुझे ,छोड़ दे ये दुनिया ,
ये दुनिया तेरे तो मखौल करती है ।

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