शायद बड़ा हो गया हूँ मैं,
अब बातें और दारु कड़वी नहीं लगती..-
22 JUN 2021 AT 23:07
सुना हैं क्या कुछ नहीं कर देते लोग नशे में,
हमने कौनसा बड़ा गुनाह कर दिया,
तुझे याद करके 😔-
18 FEB 2021 AT 19:48
गर वक़्त मिले तो ज़रा
बैठ कर सोचना मेरे यार,
उसकी औकात क्या थी
जिसके सामने तुम अपनी औकात दिखा गए..-
27 OCT 2020 AT 18:49
इतना बड़ा तन संभाल लिया,
मगर अब,
आंखों का भारीपन नहीं संभाल पा रहा..-
16 SEP 2020 AT 8:56
किस उम्र तक पढ़ा जाये,
किस उम्र तक कमाया जाये,
ये शौक नहीं,
हालात तय करते है..-
22 AUG 2020 AT 12:17
तुम्हें गैरों से कब फुर्सत,
हम अपने ग़म से कब खाली,
चलो बस हो चूका मिलना,
ना तुम खाली, ना हम खाली।।-