सब कहते है दुनिया से सीखा है मतलब दुनिया का
हम ने तो जानम तुमसे सीखा है मतलब दुनिया का-
मरीज़ ए इश्क़ पे जब कोई भी दवा असर ना करें
जब तू आए करीब तो फिर कोई दर्द , दर्द ना करें-
दिन में कुछ होता है और रात में कुछ होता है
मुझको जानम तेरी हर बात में कुछ होता है
फिर खुद से संभाले नहीं संभलते हम तो शील
मुझको तो तेरी हर मुलाकात में कुछ होता है-
तुझ संग कुछ पल जी लू तो क़रार आए
तुझ को क़तरा क़तरा मैं पी लू तो क़रार आए
तेरी जुदाई ने दिए है जो ज़ख़्म मुझ को
तेरे होठों से उन को मैं सी लू तो क़रार आए-
गर मोहब्बत है तो और मोहब्बत की ज़रूरत नहीं
सच्चे रिश्तों को ज्यादा हिफ़ाज़त की ज़रूरत नहीं-
पापा कभी कहते ही नहीं के वो मेरे साथ है
हरपल होता है ये एहसास के वो मेरे साथ है-
बहुत कुछ कह गए हम फिर भी
तुझसे कहनी कुछ बातें बाकी है
रोज मिलते हो ख़्वाबों में फिर भी
लगता है अभी भी मुलाकातें बाकी है-
उसकी हसरत ना कर दिल वो तेरा नहीं है
उसे पाना है बहुत मुशिकल वो तेरा नहीं है
अपनी किस्मत को यूँ ना तू रोज आज़मा
इक दिन जाएगी जान' शील' वो तेरा नहीं है-