आप ही उलट दो ना जानम नक़ाब हमारी
हमारा दिल यह ही आपसे यार चाहता है-
मैंने खोया है जो सच में
क्या उसने भी वो खोया होगा
अश्क़ बहते है मेरे रात भर
इस एहसास में वो भी रोया होगा-
ज़ुबान ए ख़ल्क को कभी तो मेरी जा समझो
मर्ज़ ए इश्क़ का है ये सारा मामला समझो
हम अपनी मोहब्बत का यकीन दिलाए कैसे
जब हम कुछ कहे ता तुम कुछ जा समझो-
ज़रा ज़रा मुसलसल खुदा तो मिले
इश्क़ में कुछ हमें वफ़ा तो मिले
चलो तुम्हें इश्क़ नहीं कोई बात नहीं
ख़सारा क्यों कभी नफ़ा तो मिले-
जिसकी आरजू थी इश्क़ में वो ही ना मिला
दर्द मिले तन्हाई मिली एक तू ही ना मिला-
क्या बताएँ जानम तेरे इश्क़ का असर कैसा है
दिल में उतर कर मारे तेरा इश्क़ ज़हर जैसा है-
इश्क़ तुमसे ना होगा मेरे यार रहने दे
ये प्यार की बातें ये प्यार रहने दे
तुझे तेरी बेचैनियों का सिला मिल जाए
मैं बेक़रार हू मुझे बेक़रार रहने दे-
जब से तू मिला है तू मेरी साँसो में रह गया है
कर ना सकी अलविदा तू आँखो में रह गया है-