अब आगे क्या??? ये पहाड़, पहाड़ों में घर, घर में माँ, माँ के हाथ का खाना ये सब भी तभी अच्छा लगता जब आप सफल हो के, पैसा कमा के कुछ दिनों की छुट्टी पे आते हो। लेकिन जब आप भारी सामान के साथ भारी मन लेके, ख़ाली जेब, हारे हुए, आँखों में सवाल लिए आते हो कि अब आ तो गये हैं पर अब आगे क्या?? तो ना तो पहाड़ सुकून देते हैं ना माँ के हाथ का खाना पचता है। जहां ये सन्नाटा शांति लगनी चाहिए वहीं इसमें अंदर की आवाज़ चिंता बनके बार बार शोर मचाती है कि “अब आगे क्या??”
I have fear of emotions like I am an extremist.. like.. if I give my heart to somebody, if I give my heart to anyone it’s just completely like I don’t know what is a border, like I don’t know what is the line, I don’t know what is the boundary so I just give everything And…. I’m so scared of that…
आज बाल दिवस है। बच्चे देश का भविष्य होते हैं लेकिन आज भी देश का भविष्य अंधकार में जी रहा। कोई भूखमरी से तड़प रहा तो कोई भीख मांग रहा तो कोई अपराध के अंधेरे में खो गया है तो किसी का जीवन किसी ढ़ाब्बे में छोटू नाम तक सीमित हो के रह गया है। शिक्षा हर बच्चे का अधिकार है, आओ कुछ नेक कदम उठाएं की हर बच्चे को शिक्षा मिले कोई भूख से न तड़पे कोई इनका शोषण न कर सके। बच्चे हमारे देश की नींव हैं और इनको मजबूत बनाना है। तभी देश मजबूत बनेगा। Happy Children’s Day
चलो एक दीया ही सही पर किसी गरीब की झोपड़ी को रोशन कर आएं चलो इस बार कुछ ऐसे दिवाली मनाएं। किसी भूखे को आज पेट भर खिलाएं चलो इस बार कुछ ऐसे दिवाली मनाएं। पटाखों की जगह विश्वास उम्मीद और प्रेम के दीपक जलाएं चलो इस बार कुछ ऐसे दिवाली मनाएं। HAPPY DIWALI 🪔
कौन दरिया को सागर से मिलने का रास्ता बताता है? कौन कोयल को गाना सिखाता है? सिखाता कौन है सूरज को चमकना? कौन गुलाब को महकना सिखाता है? और कौन किसी को शायरी सिखाता है? जब हो जाती है किसी को मोहब्बत तो फ़िर कौन उसे शायर बनने से रोक पाता है?? ❤️❤️